राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति रायपुर के सहयोग से जनकल्याण सामाजिक संस्थान राजनांदगांव द्वारा संचालित लिंक वर्कर स्कीम परियोजना के अंतर्गत लायंस क्लब भवन, राजनांदगांव में एचआईव्ही संक्रमित लोगों के साथ हो रहे कलंक एवं भेदभाव को दूर करने तथा एआरटी सेंटर से जोड़ने हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में जनकल्याण सामाजिक संस्था के अध्यक्ष योगेंद्र प्रताप सिंह कार्यक्रम में उपस्थित थे। आईसीटीसी स्टाफ धर्मेंद्र वर्मा, लक्षगत हस्तक्षेप परियोजना के कार्यक्रम प्रबंधक नागेश्वर मुंजारे उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चलचित्र पर दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
जिला स्रोत समन्वयक जितेंद्र कुमार जंघेल के द्वारा संस्था के बारे तथा साथ ही लिंक वर्कर परियोजना के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित योगेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा सभी एलपीएचआईव्ही को कलंक भेदभाव के विषय में जानकारी दी गई। विस्तार से बताते हुए कहा कि किस प्रकार से हम समाज में सामान्य व्यक्ति के समान जीवन जी सकते हैं। साथ ही सरकारी योजना का लाभ उठाकर अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। एचआईव्ही एक्ट 2017 के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। कार्यक्रम में सभी लिंक वर्कर स्टाफ को अच्छे कार्य हेतु बधाई भी दिया गया। उन्होंने कहा कि एचआईवी एड्स के साथ जी रहे लोगों को भी सामान जीवन जीने का अधिकार है। संस्था द्वारा मिड मीडिया कार्यक्रम के माध्यम से संवेदनशील लोगों को फिल्म के माध्यम से एचआईव्ही एड्स के बारे में भी जानकारी दी जाती है, जिससे अधिक से अधिक लोगों को एचआईवी के बारे में जानकारी हो। अपने एचआईवी जांच हेतु निकटतम शासकीय अस्पताल में जाकर निःशुल्क जांच कर सकते हैं। जांच हेतु शुल्क नहीं लिया जाता है। समाज के सभी लोगों को अपने एचआईवी की स्थिति की जानकारी रखना भी बहुत जरूरी है, जिससे समय रहते इलाज करवाया जाए तो व्यक्ति का जीवन बेहतर बन सकता है। व्यक्ति अपने आप को स्वस्थ महसूस कर सकता है। कार्यक्रम में सभी लिंक वर्कर स्टाफ, एलपीएचआईव्ही व स्वयंसेवी उपस्थित थे।
कलंक और भेदभाव पर कार्यशाला का आयोजन
