छत्तीसगढ़ में महिलाओं पर बढ़ते अपराधों के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, BJP सरकार पर जमकर बरसी

Share This :

रायपुर, 21 अप्रैल (नांदगांव टाइम्स) छत्तीसगढ़ में महिलाओं और बच्चियों पर बढ़ते अपराधों को लेकर सोमवार को प्रदेश कांग्रेस ने राजधानी रायपुर में जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सरकारी निवास का घेराव करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें ओसीएम चौक के पास ही रोक दिया। यहां भारी संख्या में पुलिस बल और बैरिकेड्स तैनात थे।

इस विरोध प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, एआईसीसी सचिव व प्रदेश सह प्रभारी सजारिता लैटफलांग सहित कई विधायक व वरिष्ठ नेता शामिल हुए। पुलिस ने उन्हें मुख्यमंत्री निवास की ओर बढ़ने से रोक दिया।

“अपराधों का अड्डा बन गया है राज्य”

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के शासन में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने कहा, “प्रदेश में रेप, लूट और हत्या की घटनाएं आम हो गई हैं। दुर्ग में 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या कर दी गई, मुंगेली के लोरमी में 7 साल की बच्ची लापता है, मरवाही में 9वीं की छात्रा से दुष्कर्म हुआ, वहीं बेमेतरा में 12 साल की बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई। हमें अपनी बहनों और बेटियों को बचाना होगा।”

“तीन साल तक चुप नहीं बैठेंगे”

बैज ने कहा कि कांग्रेस सरकार के हर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी। “हमने विधानसभा, लोकसभा और निकाय चुनाव भले ही हारे हों, लेकिन हम रुकने वाले नहीं हैं। हम हर चुनौती का डटकर सामना करेंगे, जरूरत पड़ी तो गोलियां खाएंगे, लेकिन पीछे नहीं हटेंगे।”

हर तीन घंटे में एक बलात्कार”

एआईसीसी सचिव सजारिता लैटफलांग ने कहा, “छत्तीसगढ़ में हर तीन घंटे में एक बलात्कार की घटना सामने आ रही है। राजधानी रायपुर अपराधों का गढ़ बन गई है। महिलाओं को हर क्षेत्र में प्रताड़ित किया जा रहा है, बच्चियों की तस्करी हो रही है और डिप्टी सीएम के क्षेत्र से एक बच्ची गायब है। भाजपा सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।”

इससे पहले कांग्रेस ने विधानसभा घेराव और जिला व ब्लॉक स्तर पर विरोध प्रदर्शन भी किया था। पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में बलात्कार, अपहरण और लूट की घटनाएं रिकॉर्ड स्तर पर हैं, लेकिन भाजपा सरकार आंखें मूंदे बैठी है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की कानून-व्यवस्था की तुलना उत्तर प्रदेश और बिहार से करते हुए भाजपा को घेरा।

पुलिस का कड़ा बंदोबस्त

प्रदर्शन को देखते हुए रायपुर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था और मुख्यमंत्री निवास की ओर जाने वाले कई रास्तों को बैरिकेडिंग कर बंद किया गया था।