छुईखदान। शासकीकरण नहीं होने से जिला सचिव संघ खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के समस्त ग्राम पंचायतों के 210 पंचायत सचिव दिनांक 18 मार्च से ब्लॉक मुख्यालय में काम बंद कलम बंद हड़ताल पर है। विधान सभा चुनाव में बीजीपी ने घोषणा पत्र में शामिल कर कहा गया था कि अगर हमारी सरकार बनता है, तो 100 दिन के अंदर प्रदेश के 11000 पंचायत सचिवों को शासकीय नियमित करने का वादा किया था, किंतु सत्ता में आने के बाद सरकार हमारी मांग को अनदेखा कर रहा है और सचिव दिवस के दिन 7 जुलाई को इंडोर स्टेडियम रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह और अन्य मंत्रियों का सम्मान स्वागत कर शासकीकरण करने का निवेदन किया गया था, जिसको सहजता से स्वीकार कर हमारी मांग को जायज बताते हुए कमेटी गठन किया गया और कमेटी का रिपोर्ट आने के बाद भी सरकार ध्यान नहीं देने और बजट में सचिवों को शासकीकरण नहीं करने से नाराज है और मांग पूरा होने तक हड़ताल जारी रहेगा।
जिला सचिव संघ के अध्यक्ष लोकेश जांघेल ने यह भी बताया कि पंचायत सचिव 30 वर्ष से कार्यरत है और शासन-प्रशासन के 32 विभाग का काम अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का काम अकेले सचिवों के द्वारा किया जाता हैं, 24 घंटा काम कर शासन के सभी योजनाओं का काम समय पर पूरा करते है, फिर भी सरकार चुनावी वादा कर हमें भूल जाते है, अब आर पार की लड़ाई लड़ेंगे और अपना हक लेकर रहेंगे, क्योंकि बीजेपी सरकार मोदी की गारंटी के साथ सत्ता में आई है और उसे पूरा करने से मुकर रही है, जिससे नाराज और आक्रोशित प्रदेश के पंचायत सचिव सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने मजबूर हुवे है। सरकार ने हमारे मांग को दबाने संचालक पंचायत संचनालय नया रायपुर ने आदेश जारी कर 24 घंटा में हड़ताल से वापस आने का अल्टीमेटम दिया है, पर सचिवों ने शासन-प्रशासन के आदेश को हड़ताल पंडाल में जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है कि सरकार के धमकी से डरने वाले नहीं है और आगे भी हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिए है और जब तक शासकीकरण का आदेश नहीं होता तब तक काम पर नहीं लौटेंगे।
इस संबंध में सचिव संघ के वरिष्ठ सदस्य लाला जंघेल ने कहा कि सरकार अपने वादे से मुकर रही है। आज सचिव सेवानिवृत्त होने के बाद अपने आपको निर्हत समझ रहे है। शासन को तत्काल हमारी मांगों को पूर्ण करना चाहिए।
इस मौके पर जिला सचिव संघ केसीजीके जिला अध्यक्ष लोकेश जघेल, नीलेश सिंह ब्लॉक अध्यक्ष, लाला जंघेल कार्य. अध्यक्ष, बाला जंघेल उपाध्यक, ब्लॉक सचिव हिरेंद्र नगपुरे, आत्मा साहू, सागर जंघेल, मुंशी श्रीवास, जोहन मेरावी, सुरेश झारिया, रमाकांत झारिया, तेजराम, हर्षित नेवारे, रामकुमार कलिहारे, रघुनंदन सहारे, कृष्णा सोनी, अखिलेश्वर, बाबू दास झारिया, मंजू देवांगन, सुक्रिता जंघेल, बिंदिया मानिकपुरी, सुरेश चंदेल, अशोक साहू, मधु जंघेल, रामबाई पाल, प्रीति राजपूत, रिंकेश्वरी, समीना खान, सुनिता साहू, उषा बंजारे, सुरेश झरिया, चंद्रेश सेन, झूमक साहू, भागवत मानिकपुरी, रामबाई पाल सहित ब्लॉक के समस्त सचिव साथी उपस्थित रहे।
इस संबंध में अभी हुए त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में निर्वाचित हुए सरपंच हेमंत वर्मा, संतोष यदु, दीपक बघेल, संदीप वैष्णव, चेतन वर्मा, छत्तर जंघेल, संजू सिंह खुसरो, बोधन सिंह, कुमार पाल, रुखुम वर्मा, अमर सिंह मेंरावी, बलराम पटेल सहित नव निर्वाचित सरपंचों का कहना है, उनके चुनाव जितने के बाद पंचायत सचिव हड़ताल में चले गए हैं, जिससे ग्राम पंचायत की स्थिति खराब हो गई है। अभी भी कई पंचायतों का प्रभार नहीं हो पाया है। शासन से हम निवेदन करते हैं कि जल्द से जल्द सचिवों की मांगों को पूरा करने की कृपा करें, जिससे ग्राम पंचायत की कार्य सुचारू ढंग से संचालित किया जा सकें।
पंचायत सचिव संघ का एक सूत्रीय मांग को लेकर धरना प्रदर्शन जारी, शासन के आदेश की प्रतियां जलाई
