मॉस्को(नांदगांव टाइम्स) : रूस की राजधानी मॉस्को में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक लग्जरी लिमोजिन कार में विस्फोट हुआ। यह धमाका खुफिया एजेंसी FSB के मुख्यालय के बाहर हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार के इंजन में आग लग गई, जो धीरे-धीरे पूरी कार में फैल गई। हालाँकि, राहत की बात यह रही कि घटना के समय राष्ट्रपति पुतिन न तो इस कार के आसपास थे और न ही यह कार उनके काफिले का हिस्सा थी।
हत्या की साजिश या हादसा ?

अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह धमाका किसी साजिश के तहत किया गया था या यह महज एक दुर्घटना थी। हालाँकि, इस घटना के बाद राष्ट्रपति कार्यालय में उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जल्द ही पुतिन की मौत हो जाएगी और फिर सब कुछ (यूक्रेन युद्ध) समाप्त हो जाएगा।
पुतिन की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतज़ाम
राष्ट्रपति पुतिन अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क रहते हैं। उनके बॉडीगार्ड खुद को उनके “मस्किटियर्स” कहते हैं। इन बॉडीगार्ड्स में रूस की फेडरल सिक्योरिटी फोर्स (FPS) या FSO के प्रशिक्षित अधिकारी शामिल होते हैं, जिन्हें बिना किसी वारंट के तलाशी, निगरानी, गिरफ्तारी और अन्य सरकारी एजेंसियों को आदेश जारी करने का अधिकार प्राप्त है।
सड़क पर पुतिन हमेशा एक हथियारों से लैस काफिले के साथ चलते हैं। उनके काफिले में एके-47, टैंक रोधी ग्रेनेड लॉन्चर और पोर्टेबल एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें शामिल होती हैं। जब पुतिन किसी भी सार्वजनिक स्थान पर होते हैं, तो उनकी सुरक्षा के चार घेरे बनाए जाते हैं। इनमें से एक घेरा उनके बॉडीगार्ड्स का होता है, जबकि अन्य सुरक्षा बल भीड़ में छिपे होते हैं और आस-पास की छतों पर स्नाइपर्स तैनात रहते हैं।
रूस में बनी लिमोजिन कार

राष्ट्रपति पुतिन अक्सर इस लिमोजिन कार का उपयोग करते हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन को भी पिछले वर्ष यही कार गिफ्ट की थी। यह कार पूरी तरह से रूस में निर्मित की गई है।
आगे की जाँच जारी
इस धमाके की जाँच सुरक्षा एजेंसियाँ कर रही हैं। अब तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालाँकि, यह घटना रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से गंभीर मानी जा रही है।