अंबागढ़ चौकी। जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी अंतर्गत चिल्हाटी थाना के थाना प्रभारी रविशंकर डहरिया पर एफआईआर से नाम हटाने के बदले रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप लगने के बाद अब मामला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के एसपी वाईपी सिंह तक पहुंच गया है। विधायक इंद्र शाह मंडावी ने पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
20 अक्टूबर 2024 को चिल्हाटी-मुडपार सड़क पर हुए हादसे में एक युवक की मौत के बाद 21 अक्टूबर को सैकड़ों ग्रामीणों ने मुआवजे और कार्रवाई की मांग करते हुए चक्काजाम किया। विधायक मंडावी के अनुसार, थानेदार डहरिया ने 11 निर्दोष ग्रामीणों पर संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की और नाम हटाने के लिए 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने 21 अप्रैल को थाने में कार्रवाई की, लेकिन थानेदार को पहले ही सूचना देकर फरार करा दिया गया। विधायक ने आरोप लगाया कि इसमें विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता है।
विधायक ने एसपी वाईपी सिंह की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कथन के नाम पर ग्रामीणों को एसपी कार्यालय बुलाकर धमकाया गया। विधायक ने एसपी की भूमिका की निष्पक्ष जांच की मांग की।
चक्काजाम में शामिल 11 ग्रामीणों पर गैरजमानती धाराओं के तहत गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इन धाराओं में पुलिस पर हमला, सरकारी कार्य में बाधा और उकसाने जैसे आरोप शामिल हैं।
विधायक मंडावी ने कहा कि वे खुद चक्काजाम स्थल पर मौजूद थे और आंदोलन को शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त कराया था। इसके बावजूद निर्दोष ग्रामीणों पर कार्रवाई करना पुलिस प्रशासन की मनमानी को दर्शाता है।
ग्रामीणों ने पुलिस पर भेदभावपूर्ण कार्रवाई और निर्दोष लोगों को फंसाने का आरोप लगाया है। मामले में न्याय की मांग के साथ विरोध बढ़ता जा रहा है।
रिश्वत और पक्षपात का आरोप, थानेदार से एसपी तक जांच की मांग तेज
