राजनांदगांव। ग्राम लतमर्रा से करवारी जाने वाले रोड मुख्य मार्ग ग्राम लतमर्रा में एक अज्ञात व्यक्ति की खुन से लथपथ शव मिलने पर थाना डोंगरगढ़ में अपराध क्रमांक 165/2025 धारा. 103 (1) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया, जिस पर घटना की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा द्वारा अज्ञात आरोपी पता तलाश हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया, जिस पर एसडीओपी आशीष कुंजाम के मार्गदर्शन पर डोंगरगढ़ पुलिस एवं ओपी मोहारा की पुलिस टीम अज्ञात आरोपी के पता-तलाश हेतु जूट गये।
प्रकरण के विवेचना दौरान अज्ञात मृतक का देवलाल मंडावी पिता स्व. रामहू मंडावी, उम्र-35 साल, निवासी-कन्हारगांव, ओपी-मोहारा, थाना-डोंगरगढ़, जिला राजनांदगंाव के रूप में पहचान किया गया। अज्ञात आरोपी के पता-तलाश दौरान घटना दिनांक को मृतक देवलाल मंडावी को ग्राम करवारी निवासी योगेश चौरे के साथ स्कूटी में जाते देखना पता चला। सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकी साक्ष्य आधार पर संदेही योगेश चौरे पिता राकेश चौरे, उम्र-19 साल, जाति-महार, निवासी-वार्ड क्रमांक 02, ग्राम-करवारी, महेन्द्र नेताम पिता अगर सिंह नेताम, उम्र-25 साल, निवासी-ग्राम करवारी, थाना डोंगरगढ़, ओमकार मण्डावी पिता घासीराम मंडावी, उम्र-44 साल, निवासी-ग्राम कन्हारगांव, ओपी-मोहारा, जिला-राजनांदगांव को हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया। पुछताछ पर पता चला कि आज से एक साल पहले मृतक देवलाल मंडावी आरोपी ओमकार मंडावी जो ईट भट्ठा का ठेकेदारी का काम करता है, जिससे करीबन दो लाख पचास हजार रूपये उधार लिया था। आारोपी ओमकार मंडावी द्वारा पैसा वापस मांगने पर देवलाल मंडावी हमेशा झगड़ा-लड़ाई करते थे एवं धमकी भी देते थे। दिनांक 20.04.2025 को आरोपी महेन्द्र नेताम अपने दोस्त करवारी निवासी योगेश चौरे के साथ लेकर कटली शराब भट्ठी गये। दोनों शराब पिये, बाद महेन्द्र नेताम अपने मामा को ग्राम कलकसा बुलाये, जहां आरोपी ओमकार मंडावी द्वारा देवलाल मंडावी को आज से मारना है, जितना खर्चा लगेगा मैं दंूंगा कहा, तब योगेश चौरे 5-6 लाख रूपये लगेगा कहा तो ओमकार मंडावी तैयार हो गया और प्लालिंग बनाकर योगेश चौरे को 5000 रूपये देकर ग्राम कन्हारगांव भेजा दिये। मृतक देवलाल मंडावी को आरोपी योगेश चौरे डोंगरगढ़ लेकर आये और साथ शराब पिलाकर देवलाल मंडावी को ज्यादा नशा हो गया था, जिसे अकेले छोड़कर योगेश चौरे घर चला गया, तब ओरोपी महेन्द्र नेताम और आरोपी योगेश चौरे दोनों मोटर सायकल में बैठकर डंडा से पैदल जा रहे देवलाल मंडावी के चेहरे में वार कर दिया, जिससे देवलाल मंडावी नीचे जमीन में गिर गया, गिरने के बाद योगेश चौरे उसके बाद महेन्द्र नेताम सागौन के डंडे से देवलाल मंडावी के सिर एवं चेहरे मार कर हत्या कर मौके से फरार हो गये।
उक्त कार्यवाही में तत्कालीन प्रभारी उप निरीक्षक भुषण चंद्राकर, ओपी मोहारा प्रभारी निरीक्षक ढाल सिंह साहू एवं आरक्षक प्रयास सिंह, वीर बहादुर, ऋषिदास, मनीष सोनकर एवं सायबर सेल राजनांदगांव से सउनि द्वारिका, आरक्षक परिवेश वर्मा, आदित्य सिंह का विशेष योगदान रहा है।
आरोपी ने दिया था हत्या करने की सुपारी, 48 घंटे के भीतर सुलझाई गई अंधे कत्ल की गुत्थी
