एक पेड़ मां के नाम वृक्षारोपण अभियान में विधायक व जिला पंचायत अध्यक्ष हुए शामिल

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राजनांदगांव। छुरिया विकासखंड अंतर्गत ग्राम चिरचारी कला स्थित हायर सेकंडरी शाला परिसर में एक पेड़ मां के नाम 2.0 वृक्षारोपण महाअभियान के अंतर्गत औषधीय, फलदार एवं छायादार पौधों का रोपण कर पर्यावरण सरंक्षण को नई दिशा देने का प्रयास किया गया। इस अवसर पर खुज्जी विधायक भोलाराम साहू व जिला पंचायत अध्यक्ष किरण रविन्द्र वैष्णव सहित कई जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों ने सहभागिता दर्ज कर प्रेरणादायी संदेश दिया।
इस अनूठी पहल के माध्यम से शाला प्रबंधन ने न सिर्फ परिसर को हरा-भरा बनाने की पहल की, बल्कि मातृत्व के प्रति श्रद्धा भी व्यक्त की। एक पेड़ मां के नाम जैसी भावनात्मक अवधारणा ने लोगों के हृदय को छू लिया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि विधायक भोलाराम साहू ने आम का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा, वृक्षारोपण न सिर्फ जिम्मेदारी है, बल्कि यह प्रकृति से हमारा जुड़ाव भी दर्शाता है। पौधों की रक्षा कर हम अगली पीढ़ियों को स्वस्थ जीवन दे सकते हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष किरण रविन्द्र वैष्णव ने जल संरक्षण पर चिंता जताते हुए वर्षा जल संचयन एवं अधिकाधिक वृक्षारोपण पर बल दिया।
इस अवसर पर संकुल प्राचार्य एसबी उर्वशा, पूर्व जनभागीदारी अध्यक्ष प्रहलाद मिश्रा, प्रधान पाठक हेमंत सलामे, नरेश शुक्ला, लालचंद साहू, देवेंद्र साहू, पोखराज मंडावी, नरेन्द्र दमोहे, भूषण वाडेकर, अंजनी शर्मा सहित कई गणमान्यजनों ने शाला परिसर में पौधरोपण किया।
प्रधान पाठक सलामे ने कहा, पर्यावरण के लिए हर व्यक्ति का योगदान आवश्यक है, यह महाअभियान जनचेतना को जागृत करने का माध्यम बना है।
कार्यक्रम के समापन पर शाला प्रबंधन ने वृक्षारोपण में भागीदारी निभाने वाले सभी अतिथियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, जनप्रतिनिधियों, स्व सहायता समूह की दीदियों और ग्रामीणजनों का आभार व्यक्त किया।
वृक्षारोपण के इस महायज्ञ में सौ से अधिक पौधे रोपे गए, जिससे परिसर में हरियाली और सौंदर्य दोनों में वृद्धि होगी।
इस मौके पर विमला माहेश्वरी, दुलेश्वरी मंडावी, हिरदे सिन्हा, जगदीश मिश्रा, महेश मंडावी, दुर्गेश मालेकर, हीरालाल गजभिए, महेश पड़ोती, गज्जू कन्नौजे, गजेंद्र सर, शैलेन्द्र देवांगन, शेख आबिद कुरैशी, कमलेश देवांगन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि वृक्ष केवल प्रकृति का सौंदर्य नहीं बढ़ाते, बल्कि जीवन के संवाहक, स्वास्थ्य के रक्षक और भविष्य के संरक्षक भी हैं।