एक माह पूर्व विवाद का बदला लेने के लिए किया हत्या, आरोपी गिरफ्तार

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राजनांदगांव। प्रार्थी नन्दुराम विश्वकर्मा पिता प्रभुराम विश्वकर्मा, उम्र-60 साल, साकिन-चंदन नगर, मोतीपुर, ओपी-चिखली, जिला-राजनांदगांव रिपोर्ट दर्ज कराया कि भांजा मृतक छबिलाल विश्वकर्मा मेरे साथ विगत 02-03 साल से मेरे घर मे रह कर काम करता था, जिसे शाम करीबन 4 बजे नवागांव मंडई देखने के लिए भेजा था। शाम करीबन 5 बजे मैं नवागांव मंडई देखने के लिए आया, तभी अवंती बाई चौक, नवागांव, परमेश्वर साहू के घर के सामने मेन रोड पर भांजा छबिलाल विश्वकर्मा रोड किनारे चोट आने से खुन से लथपथ पड़ा था। भांजा का जबड़ा, बांए हाथ की हथेली जीतू खरे, निवासी-मोतीपुर के द्वारा कोई धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दिया है एवं भाग गया है। रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त मामला की गंभीरता को ध्यान में रखते हुये तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को दूरभाष के माध्यम से जानकारी दिया गया। बाद पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, अति. पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के दिशा-निर्देश एवं नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक के मार्गदर्शन में चौकी चिखली पुलिस एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित कर आरोपी की पता साजी हेतु तत्काल बजरंगपुर-नवागांव, मोतीपुर रवाना किया गया। पतासाजी कर आरोपी को बजरंगपुर-नवागांव में छीपे होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल दबिश देकर आरोपी जितेन्द्र खरे उर्फ जीतू पिता आनंद खरे, उम्र-28 साल, साकिन-मोतीपुर, चंदन नगर, पुलिस चौकी-चिखली, राजनांदगांव को घेराबंदी कर पकड़ा गया। कड़ाई से पुछताछ कर मेमोरेण्डम कथन लिया गया, जो आरोपी द्वारा एक माह पहले मोहल्ले में विवाद हुआ था, देखकर बड़बड़ता था, घुरता था, जिससे मैं अपमानित महसूस करता था। अपमान का बदला लेने के लिए छबिलाल विश्वकर्मा को जान से मारने के लिए योजना बनाया और बजरंगपुर-नवागांव स्थित शंकर मंदिर का लोहे का छोटा तलवार को निकालकर रखा था। दिनांक 26.01.2025 को छबिलाल विश्वकर्मा पगडंडी रास्ते से अकेले वापस आ रहा था, तो मौका देखकर तलवार से छबिलाल विश्वकर्मा के चेहरे व शरीर पर वार का हत्या करना जुर्म स्वीकार किया तथा घटना में प्रयुक्त लोहे का छोटा तलवार को जप्त कराया। बाद आरोपी को विधिवत दिनंाक 27.01.2025 को गिरफतार कर माननीय न्यायालय पेश किया गया।
उपरोक्त कार्यवाही में चौकी प्रभारी निरीक्षक संजय बरेठ, सउनि शत्रुहन टंडन, प्रधान आरक्षक अंजीत नेताम, समारूराम सर्पा, महिला प्रधान आरक्षक वंदना पटले, आरक्षक सुनील बैरागी, मनोज जैन, किशोर मार्बल, मिर्जा असलम बेग, आदित्य सोलंकी, अभिषेक बघेल एवं सायबर सेल सउनि द्वारिका प्रसाद लाउत्रे, आरक्षक मनीष वर्मा, धीरज ड़ड़सेना, जीवन ठाकुर, मनोज खुंटे का महत्वपूर्ण योगदान एवं सराहनीय भूमिका रहा है।