राजनांदगांव। आगामी गणेशोत्सव के मद्देनजर नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने नगर निगम सीमा क्षेत्र में बनाए जा रहे गणेश प्रतिमा निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रतिमाओं का अवलोकन कर मूर्तिकारों से निर्माण प्रक्रिया की जानकारी ली और स्पष्ट निर्देश दिए कि प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) का किसी भी रूप में उपयोग न किया जाए।
आयुक्त श्री विश्वकर्मा ने कहा कि शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि पीओपी से बनी प्रतिमाएं पूरी तरह प्रतिबंधित हैं, क्योंकि यह जलस्रोतों में घुलती नहीं और प्रदूषण का कारण बनती है। उन्होंने मूर्तिकारों से चर्चा करते हुए जानकारी ली कि वे काली मिट्टी या कछारी मिट्टी का प्रयोग कर प्रतिमाएं तैयार कर रहे हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल है। मूर्तिकारों ने बताया कि तालाब किनारे की मिट्टी और पैरा मिलाकर परंपरागत विधि से मूर्ति निर्माण किया जा रहा है।
आयुक्त ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी भी निर्माण स्थल पर पीओपी का उपयोग पाया गया, तो संबंधित के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य और नजूल अमले को निर्देश दिए कि वे प्रतिमा निर्माण स्थलों की सतत निगरानी करें और यदि पीओपी की प्रतिमा का निर्माण या विक्रय होता पाया जाए, तो तत्काल जब्ती की कार्रवाई करें।
शहर में गणेश प्रतिमा स्थापना स्थलों का भी निरीक्षण करते हुए श्री विश्वकर्मा ने कहा कि पंडाल ऐसे स्थानों पर लगाए जाएं, जहां यातायात बाधित न हो तथा प्रशासन के निर्देशों का पूरी तरह पालन हो। निरीक्षण के दौरान प्र. स्वास्थ्य अधिकारी राजेश मिश्रा सहित नगर निगम का संबंधित अमला उपस्थित था।
गणेश प्रतिमा निर्माण स्थलों का निरीक्षण कर आयुक्त ने ली जानकारी
