मोहला। जिला मुख्यालय मोहला में 19 और 20 मई को गोंड समाज का दो दिवसीय संभाग स्तरीय युवा महोत्सव एवं वार्षिक अधिवेशन (पंजीयन क्रमांक 1439/1993) भव्यता से संपन्न हुआ। यह आयोजन आदिवासी अस्मिता, सामाजिक चेतना और संस्कृति संरक्षण का संगम बना।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में राजा लक्ष्मेंद्र शाह का पारंपरिक मांदर की थापों और सैकड़ों लोगों की स्वागत रैली के साथ भव्य स्वागत किया गया। रैली राजा बाड़ा से प्रारंभ होकर बस स्टैंड, पुलिस थाना होते हुए गोंडवाना भवन पहुंची, यहां राजा लक्ष्मेंद्र शाह के करकमलों से लाल श्याम शाह महाराज के छायाचित्र एवं जिम्मेदारीन माता व बूढ़ा देव की पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम में मोहला-मानपुर-अं. चौकी, छुरिया तथा महाराष्ट्र क्षेत्र से लगभग आठ से दस हजार लोग शामिल हुए। आयोजन में आदिवासी गोंड समाज की पीढ़ियों की परंपरा, 7/14 प्रथा, और प्रमुख संस्कार (जैसे टांडा, मंडा, कुंडा) पर विस्तृत चर्चा हुई।
राजा लाल श्याम शाह महाराज और संभाग गोंड समाज अध्यक्ष मोहला प्रेम सिंह घावड़े के नेतृत्व में गोंड संस्कृति को विदेशी प्रभावों से बचाने और संरक्षित रखने की रणनीति बनाई गई। बॉयलॉज नियमावली और उसके धरातल पर क्रियान्वयन को लेकर भी गंभीर मंथन हुआ।
कार्यक्रम के दौरान संभाग स्तरीय युवा प्रभाग का गठन कर युवाओं को सामाजिक चेतना, शैक्षणिक, राजनीतिक, रोजगार और कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करने का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर समाज के पदाधिकारी प्रेम सिंह घावड़े अध्यक्ष, पंचम परतेती उपाध्यक्ष, छोटे लाल कटेगा, महासचिव पवन तुलावी, सचिव रमेश कोर्राम, ब्लॉक अध्यक्ष रमेश हिड़मे मोहला, दरोगा नेताम चौकी, संजीत ठाकुर सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और युवा उपस्थित रहे।
गोंड समाज युवा महोत्सव एवं वार्षिक अधिवेशन संपन्न, संस्कृति संरक्षण और सामाजिक चेतना पर दिया गया जोर
