छत्तीसगढ़ी स्वाद का लुत्फ उठाने उमड़ा जनसैलाब, रजत महोत्सव पर चौपाटी में भव्य व्यंजन तिहार का आयोजन

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राजनांदगांव। राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के तहत नगर निगम द्वारा शनिवार को चौपाटी परिसर में छत्तीसगढ़ी व्यंजन तिहार का भव्य आयोजन किया गया। पारंपरिक व्यंजनों से सजे स्टालों का शुभारंभ महापौर मधुसूदन यादव ने किया। इस दौरान उन्होंने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती करूणा यादव, जिला पंचायत की सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह, निगम अध्यक्ष टोपेन्द्र सिंह वर्मा, नेता प्रतिपक्ष संतोष पिल्ले, पूर्व महापौर अजीत जैन समेत अन्य जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ स्टालों का अवलोकन कर व्यंजनों का स्वाद भी लिया।

इस आयोजन में संस्कारधानी की महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार चिला, फरा, चौसेला, ठेठरी, खुरमी जैसे पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों ने लोगों को खूब लुभाया। स्टालों पर जुटी भीड़ ने न सिर्फ इन व्यंजनों का स्वाद लिया बल्कि स्थानीय स्वाद की तारीफ भी की।

महापौर यादव ने कहा, “छत्तीसगढ़ राज्य 25वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। रजत जयंती वर्ष में सरकार की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ की परंपराओं, खानपान और संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया है। महिला समूहों ने जिस तरह से पारंपरिक व्यंजनों को प्रस्तुत किया है, वह सराहनीय है।”

कार्यक्रम में सी-मार्ट द्वारा रागी, मिलेट और अन्य स्थानीय उत्पादों से सजे स्टॉल भी लगाए गए, जिनका नागरिकों ने भरपूर आनंद लिया।

निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार रजत जयंती वर्ष में विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत यह आयोजन महापौर श्री यादव की अध्यक्षता में किया गया है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और नागरिकों का आभार जताते हुए बताया कि आगे और भी आयोजन किए जाएंगे।

इस अवसर पर एसडीएम खेमलाल वर्मा, महापौर परिषद सदस्य राजा माखीजा, डीलेश्वर साहू, वर्षा सिन्हा, पार्षद शिव वर्मा, मणीभास्कर गुप्ता, खेमीन यादव, कमलेश बंधे, मनोहर यादव, अपूर्वा समीर श्रीवास्तव, सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

नगर निगम के यू.के. रामटेके, दीपक खांडे, गरिमा वर्मा, मुनेन्द्र साठिया, तिलक राज ध्रुव, आयुषी सिंह, रोमाली शेडे, राजेश मिश्रा, दीपक श्रीवास्तव, दिलीप गिरी, चिराग मेश्राम, मोनिका वारडे सहित पूरी नगर निगम टीम की आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका रही।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला समूहों की सदस्याएं और नागरिकगण शामिल हुए। पूरा चौपाटी परिसर छत्तीसगढ़ी महक और सांस्कृतिक रंग में रंगा नजर आया।