खैरागढ़। किसानों को गुणवत्तापूर्ण एवं मानक अनुरूप कृषि आदान उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कृषि विभाग द्वारा जिले में सतत निरीक्षण व जांच अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में छुईखदान विकासखंड में कृषि विभाग की टीम ने गायत्री कृषि केंद्र, अन्नदाता कृषि केंद्र एवं कमल कृषि केंद्र का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान तीनों प्रतिष्ठानों में बिना वैध पंजीयन एवं अनुज्ञा प्रमाण पत्र के जैविक उर्वरक का भंडारण और विक्रय हेतु संधारण किया जाना पाया गया। जांच में कुल 2300 किलोग्राम जैव उत्प्रेरक (जैव उर्वरक) बरामद किया गया, जिसे नियमानुसार जब्ती बनाकर कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।
कृषि विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसानों को गुणवत्ता युक्त, प्रमाणित और मानक के अनुरूप कृषि आदान सामग्री उपलब्ध कराना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। नियमों के उल्लंघन, अवैध भंडारण या अनियमितता पाए जाने पर संबंधित विक्रय केंद्रों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस कार्रवाई में उप संचालक कृषि राजकुमूार सोलंकी, सहायक संचालक लुकमान साहू, शाखा प्रभारी लखेश्वर तिवारी एवं वीरेंद्र वर्मा की सक्रिय भूमिका रही।
छुईखदान में तीन कृषि केंद्रों पर कार्रवाई, 2300 किलो अवैध जैव उर्वरक जब्त
