राजनांदगांव। “शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना ही मेरी पहली प्राथमिकता है। योजनाएं केवल कागज़ों में नहीं, जमीनी हकीकत में दिखनी चाहिए।”
यह बात नवपदस्थ कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने मीडिया से अपनी प्राथमिकताएं साझा कीं और आने वाले दिनों में जिले के विकास को लेकर रूपरेखा भी प्रस्तुत की।
योजनाओं का होगा प्रभावी क्रियान्वयन
कलेक्टर यादव ने कहा कि शासन-प्रशासन की मंशा के अनुरूप यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक योजना पारदर्शिता के साथ लागू हो और उसका लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक समय पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिले में चल रही विकास योजनाओं को गति देने के साथ-साथ उनका समय पर क्रियान्वयन भी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
जल्द चलेगा विशेष अभियान
श्री यादव ने बताया कि जिले में जल्द ही राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही आय, जाति और निवास प्रमाण-पत्रों के निर्माण हेतु भी वृहद अभियान चलाया जाएगा, जिससे आम नागरिकों को राहत मिल सके।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष फोकस
शिक्षा के क्षेत्र में बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में नीट और जेईई की कोचिंग शुरू की गई है। यह प्रयास किया जाएगा कि इसका लाभ अधिक से अधिक विद्यार्थियों तक पहुंचे।
स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए उन्होंने संपूर्ण जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर कार्य करने की बात कही।
पूर्व कलेक्टर के कार्यों को मिलेगा विस्तार
नवपदस्थ कलेक्टर ने निवृत्तमान कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अल्प अवधि में जिले में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। अब इन कार्यों को एक टीम भावना के साथ आगे बढ़ाया जाएगा, जिससे जिले का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सके।
पंचायतों की आय बढ़ाने की दिशा में काम
श्री यादव ने कहा कि रायगढ़ में जिला पंचायत सीईओ रहते हुए उन्होंने पीएम आवास योजना को धरातल पर उतारा और पंचायतों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि की। अब उसी अनुभव का उपयोग कर राजनांदगांव में पंचायतों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
किसानों को नहीं जाना पड़ेगा जिला मुख्यालय
किसानों की समस्याओं को लेकर कलेक्टर ने कहा कि अब उनकी शिकायतों और जरूरतों का समाधान तहसील स्तर पर ही किया जाएगा, जिससे उन्हें जिला मुख्यालय नहीं आना पड़े।
जल संरक्षण पर बनेगी विशेष कार्य योजना
जल संकट की संभावनाओं को देखते हुए श्री यादव ने बताया कि जिले में जल परीक्षण और जल स्रोतों के संरक्षण के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की जाएगी।
संस्कारधानी को मिलेगा नया स्वरूप
कलेक्टर ने कहा कि राजनांदगांव एक संस्कारधानी जिला है, जिसे स्वस्थ, स्वच्छ और सुंदर शहर के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएंगे।
मीडिया और जनता को बताया विकास का भागीदार
श्री यादव ने कहा कि राजनांदगांव की मीडिया जागरूक और जिम्मेदार है। उन्होंने स्थानीय नागरिकों की भी प्रशंसा की और कहा कि विकास की गति को तेज करने के लिए जनसहयोग और मीडिया की भूमिका अहम है।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि चिकित्सा और शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जाएंगे।