प्रेस क्लब ने जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन, त्वरित कार्रवाई की मांग

खैरागढ़।(नांदगांव टाइम्स) खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में बड़े पैमाने पर अवैध ईंट भट्टों का संचालन सामने आया है। जिला प्रेस क्लब से जुड़े पत्रकारों की खोजी रिपोर्टिंग में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। आरोप है कि बिना शासकीय अनुमति के संचालित इन भट्ठों से न केवल प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन हो रहा है, बल्कि शासन को लाखों रुपये का राजस्व नुकसान भी हो रहा है।
प्रेस क्लब ने मामले को लेकर जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा है और संबंधित अधिकारियों पर मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्रकारों ने इस पूरे मामले की वीडियो क्लिपिंग भी जिलाधीश के व्हाट्सएप पर भेजी है।
शासकीय भूमि से हो रही मिट्टी खुदाई, जल स्रोतों का भी हो रहा दुरुपयोग
ज्ञापन के अनुसार, जिले में संचालित अवैध ईंट भट्ठों में शासकीय भूमि से मिट्टी की खुदाई और हरे-भरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। इसके अलावा शासकीय बोरवेल और नदियों से जल आपूर्ति भी की जा रही है, जो पूरी तरह नियम विरुद्ध है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि विद्युत चोरी के जरिए ईंट भट्टों को संचालित किया जा रहा है।
रिपोर्टिंग के दौरान सामने आया खुलासा
17 मई को जिला प्रेस क्लब के तीन पत्रकार—श्री रवि रजक, श्री सन्नी यदु और श्री साकेत श्रीवास्तव—ग्राम घिरघौली में एक अवैध ईंट भट्ठे की पड़ताल करने पहुंचे। वहां स्थानीय भट्ठा संचालक चुम्मन जंघेल ने स्वयं स्वीकार किया कि वे वर्षों से बिना शासकीय अनुमति के ईंट भट्ठा चला रहे हैं और वर्तमान में भट्टे में करीब 5 से 7 लाख ईंटें पकाई जा रही हैं।
खनिज अधिकारी को दी गई रिश्वत का भी आरोप
प्रेस क्लब की रिपोर्ट में सबसे गंभीर आरोप खनिज अधिकारी श्री बबलू पांडे पर लगाया गया है। पत्रकारों की पड़ताल में सामने आया कि उदयपुर मार्ग पर मध्यप्रदेश निवासी श्री राजकरण प्रजापति ने अपने अवैध ईंट भट्ठे के संचालन के लिए खनिज अधिकारी को ₹25,000 की नकद राशि दी थी। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि जिले में कई अन्य भट्ठा संचालकों ने भी अधिकारियों को ₹25,000 या उससे अधिक राशि देकर कार्रवाई से बचने की व्यवस्था कर रखी है।
प्रेस क्लब की मांगें:
• सभी अवैध ईंट भट्ठों की जांच कर उन्हें तत्काल बंद किया जाए • भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई हो • पर्यावरण संरक्षण एवं सरकारी संपत्ति की रक्षा हेतु स्थायी निगरानी प्रणाली बनाई जाए
यह न सिर्फ अवैध ईंट निर्माण का मामला है, बल्कि शासन की आंखों में धूल झोंककर प्राकृतिक संपदा की लूट और सरकारी तंत्र की मिलीभगत का मामला भी है।”— जिला प्रेस क्लब, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
अब देखना होगा कि जिला प्रशासन इस पूरे मामले पर कितना गंभीर रुख अपनाता है और दोषियों के विरुद्ध कितनी त्वरित एवं कठोर कार्रवाई की जाती है।