राजनांदगांव। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छत्तीसगढ़ को बंधवा मजदूर कहने पर पलटवार करते हुए भूपेश बघेल को नसीहत दी कि जिस विषय पर उन्हें जानकारी नहीं है, उस पर उन्हें बोलना ही नहीं चाहिए।
श्री पारख ने कहा कि आज पूरे विश्व का सबसे बड़ा सेवा का संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, देश की सेवा के लिए अपने आप में पर्यायवाची कहलाता है। संघ की स्पष्ट सोच है कि जो देश हित में बात करेगा, उसी के अनुकूल संघ व्यवहार करेगा। आजादी के बाद देश के अंदर लोगों में देशभक्ति का जज्बा जगाने के लिए संघ की लाखों शाखाएं देशभर में संचालित हैं जिसके माध्यम से संघ के स्वयंसेवक मातृभूमि की सेवा करने हेतु अनवरत अथक परिश्रम करते हैं, वह अपने अहम का त्याग कर, अपने नाम का त्याग कर, सिर्फ मातृभूमि की सेवा के लिए अपने जीवन को न्योछावर कर देते हैं। संघ के पूर्ण कालिक प्रचारक अपने जीवन की हरी भरी बगिया को छोड़कर देश भर में भ्रमण करते हैं, और देश के खिलाफ षडयंत्र करने वालों की खोज खबर में लगे रहते हैं। साथ ही समाज हित में सामाजिक समरसता बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। संघ व्यक्तित्व निर्माण की पाठशाला है। शाखाओं में अनुशासन, अनुबद्धता एवं संयमित जीवन जीने की कला सिखाई जाती है, साथ ही देश के प्रति समर्पण की भावना भी संघ के स्वयंसेवक सीखते हैं।
खूबचंद पारख ने कहा कि भूपेश बघेल को कांग्रेस के जवाहरलाल नेहरू एवं इंदिरा गांधी से सीख लेनी चाहिए और इतिहास पढ़ना चाहिए कि किस तरह से उन्होंने संघ के स्वयंसेवकों का देश के परमार्थ सहयोग लिया था इसके प्रमाणिक उदाहरण उन्हें इतिहास पढ़ने से मिल जाएंगे कि संघ देश के लिए जीता है और मारता है ऐसे देशभक्ति स्वयंसेवकों को बंधवा मजदूर की संज्ञा देने पर भूपेश बघेल को माफी मांगनी चाहिए।
जिसके बारे में जानकारी नहीं, उस पर बोलना उचित नहीं : खूबचंद पारख
