राजनांदगांव। बागनदी थाना पुलिस ने लगभग तीन वर्ष पुराने एक अंधे हत्या के मामले को सुलझा लिया है। इस हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक महेंद्र कपूर पारधी के बड़े भाई अनिल पारधी और भाभी कांति पारधी को गिरफ्तार किया है। दोनों ने आपसी मनमुटाव और दुश्मनी के चलते महेंद्र की हत्या कर दी थी।
थाना बागनदी पुलिस के अनुसार, 10 दिसंबर 2022 को सूचना मिली थी कि ग्राम चारभाठा से कोहलाकसा मार्ग के बीच फत्तेगंज जंगल के पास सुखा नाला में एक अज्ञात व्यक्ति का अधजला शव पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रिपोर्ट में मौत को हत्या बताया गया। शव की पहचान के लिए डीएनए जांच कराई गई, जिसमें मृतक की पहचान फत्तेगंज निवासी महेंद्र कपूर पारधी के रूप में हुई।
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा और डोंगरगढ़ एसडीओपी आशीष कुंजाम के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विजय मिश्रा के नेतृत्व में जांच आगे बढ़ाई गई। पूछताछ के दौरान संदेही अनिल पारधी ने अपना जुर्म कबूल किया। उसने बताया कि महेंद्र शराब के नशे में अक्सर परिवार से गाली-गलौज करता था और पूर्व में झगड़े भी हुए थे। दिसंबर 2022 की एक रात महेंद्र ने झोपड़ी में घुसकर हमला करने की कोशिश की। इस दौरान अनिल ने खुद को बचाते हुए उसी के हसिए से हमला कर उसकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद अनिल ने अपनी पत्नी कांति के साथ मिलकर शव को मोटरसाइकिल से सुखा नाला ले जाकर फेंका और बाद में पहचान छिपाने के लिए शव को जला दिया।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हसिया बरामद कर लिया है। दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इस सफलता में थाना प्रभारी विजय मिश्रा, सउनि विनोद वर्मा, आरक्षक भूपेंद्र तुमरेकी, दीपक साहू, विक्रम चंद्रवंशी की सराहनीय भूमिका रही।