राजनांदगांव। स्वच्छ भारत अभियान के तहत नगर निगम ने स्वच्छोत्सव 2025 की तैयारियों को लेकर दुर्गा पूजा पंडालों में स्वच्छता अभियान तेज कर दिया है। महापौर मधुसूदन यादव और आयुक्त अतुल विश्वकर्मा के निर्देश पर निगम की स्वच्छता टीम और स्वच्छता दीदियों द्वारा शहर के विभिन्न दुर्गा पंडालों में जाकर साफ-सफाई की जा रही है और समितियों को स्वच्छता को लेकर जागरूक किया जा रहा है।
निगम की ओर से पंडाल समितियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पूजा स्थल पर प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करें। साथ ही, प्रसाद वितरण या अन्य आयोजनों के दौरान उत्पन्न होने वाले गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में रखें, ताकि उनका सही तरीके से निपटान किया जा सके।
स्वच्छता दीदियां बनीं जनजागरूकता की वाहक
स्वच्छता अभियान की अगुवाई कर रही स्वच्छता दीदियां पंडालों में जाकर न केवल सफाई कार्य में लगी हुई हैं, बल्कि समिति पदाधिकारियों और श्रद्धालुओं को जागरूक भी कर रही हैं। दीदियों द्वारा बताया जा रहा है कि विसर्जन के पश्चात पंडाल स्थल पर विशेष सफाई की जाएगी और उसे पूर्ववत साफ-सुथरा रखा जाएगा।
समिति सदस्यों को शपथ भी दिलाई जा रही है कि वे न केवल इस आयोजन में, बल्कि आगे भी स्वच्छता का पालन करेंगे।
प्रतिमा विसर्जन केवल निर्धारित कुंड में करने की अपील
निगम की ओर से यह भी साफ कहा गया है कि दुर्गा, काली और सरस्वती की प्रतिमाओं का विसर्जन केवल मोहारा स्थित निगम द्वारा निर्मित विसर्जन कुंड में ही किया जाए। यह कदम नदियों और तालाबों को प्रदूषण से बचाने के लिए उठाया गया है।
स्वच्छता दीदियों की समझाइश और निगम की मुहिम का असर साफ नजर आ रहा है। शहर की अधिकांश समितियां अब गीले-सूखे कचरे के पृथक्करण, प्लास्टिक के परहेज और निर्धारित विसर्जन स्थल पर मूर्ति विसर्जन के लिए संकल्पबद्ध हो चुकी हैं।
समिति सदस्यों का सहयोग सराहनीय
नगर निगम ने समिति पदाधिकारियों के सक्रिय सहयोग की सराहना करते हुए उम्मीद जताई है कि यह जनभागीदारी स्वच्छ और सुनियोजित दुर्गा विसर्जन का मार्ग प्रशस्त करेगी।
नगर निगम की यह पहल स्वच्छ भारत मिशन और छत्तीसगढ़ राज्य के स्वर्ण जयंती महोत्सव को सार्थक बनाने की दिशा में एक प्रभावी कदम मानी जा रही है।