धान खरीदी व्यवस्था से बदली खेती की तस्वीर : समय पर टोकन, 300 कट्टा धान की आसान बिक्री

Share This :

मोहला। छत्तीसगढ़ सरकार की धान खरीदी व्यवस्था किसानों के लिए राहत बनकर सामने आ रही है। ज़मीनी स्तर पर इसके सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं। अंबागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम आमाटोला के किसान पुरानिक लाल कुंजाम इसका उदाहरण हैं, जिन्होंने इस वर्ष बिना किसी परेशानी के 300 कट्टा धान का विक्रय किया।

किसान पुरानिक लाल कुंजाम के पास 16 एकड़ कृषि भूमि है। वे वर्षों से खेती-किसानी कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। इस सीजन में उन्होंने धान उपार्जन केंद्र आमाटोला में धान बेचा। सरकार द्वारा लागू टोकन प्रणाली के तहत उन्होंने अपनी सुविधा अनुसार तिथि चुनकर समय पर टोकन कटवाया।

तय तारीख पर उपार्जन केंद्र पहुंचने पर उन्हें न तो भीड़ का सामना करना पड़ा और न ही लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ा। बिना किसी अव्यवस्था के उनका धान खरीदा गया। श्री कुंजाम ने बताया कि केंद्र पर तौल प्रक्रिया तेज रही और पूरी व्यवस्था पारदर्शी रही। कर्मचारियों का व्यवहार भी सहयोगात्मक रहा।

किसान का कहना है कि नई व्यवस्था से समय और मेहनत दोनों की बचत हो रही है। पहले धान बेचने में दिनभर लग जाता था, अब तय समय पर काम पूरा हो जाता है।

पुरानिक लाल कुंजाम ने छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति आभार जताते हुए कहा कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, समय पर भुगतान और बेहतर प्रबंधन से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है। उनका कहना है कि आज धान खरीदी व्यवस्था केवल सरकारी प्रक्रिया नहीं, बल्कि किसानों को सम्मान और सुरक्षा देने वाली योजना बन गई है।