नकली शराब बनाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का हुआ पर्दाफाश, पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार

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राजनांदगांव। पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल के निर्देशन में केसीजी पुलिस द्वारा लगातार अपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में दिनांक 07.09.2024 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा पाण्डेय एवं अनुविभागीय अधिकारी खैरागढ लालचंद मोहले के मार्गदर्शन में निरीक्षक अनिल शर्मा प्रभारी साइबर सेल के टीम के द्वारा ग्राम नर्मदा में रेड कार्यवाही कर तीन लोगों को शराब बिक्री करते रंगे हाथ पकड़ा गया था। नकली शराब होने से कड़ाई से पूछताछ करने नरसिंग उर्फ केजरीवाल, ग्राम विचारपुर के द्वारा नकली शराब उपलब्ध कराना बताने पर नरसिंग वर्मा को घेराबंदी कर हिरासत में लेकर मनोवैज्ञानिक ढंग से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि ग्राम रींदा, थाना धमधा, जिला दुर्ग के किराये के फार्म हाउस में शासकीय शराब दुकान में मिलने वाले देशी शराब का हुबहु नकल तैयार कर अपने साथी विनोद सोनी के माध्यम से निर्माण कर अलग-अलग शराब कोचियों के माध्यम से क्षेत्र में बिक्री करना बताने पर उक्त फार्म हाउस में दबिश देकर 162 बल्क लीटर मानवीय उपयोग हेतु अनुपयुक्त देशी मदिरा एवं 150 लीटर स्पि्रट एवं 15 बोरी खाली शीशी, पालीथीन के 3 बैग में खाली ढक्कन, बोतल सील करने का मशीन 1 नग कुल सात लाख नौ हजार पांच सौ नब्बे रूपये का मशरूका जप्त कर थाना गंडई में अपराध क्रमांक 204/24 धारा 34 (1) ख, 34 (2), 35, 59 आबकारी एक्ट एवं धारा 318 (4), 336 (3), 340 (2), 3 (5) बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण में संलिप्त आरोपी नरसिंग पिता स्व. मिलाप वर्मा, विनोद सोनी पिता लखन सोनी, मिर्जा वारिस बेग पिता मिर्जा वाहिद बेग, सुखूराम पिता शत्रुहन जंघेल, समीर खान पिता नासिर खान, आशीष पिता गन्ना मंडावी, रामेश्वर पिता भीखम सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता मिली थी। गिरफ्तार आरोपी नरसिंग वर्मा से कड़ाई से पूछताछ बाद प्रकरण में फारवर्ड एवं बैकवर्ड लिंक से जुड़े अन्य 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण में आरोपी नरसिंग वर्मा से पूछताछ पर जानकारी मिली कि आज से करीब डेढ़ माह पूर्व नरसिंग वर्मा इसका साथी विनोद सोनी एवं इस अवैध कारोबार के मुख्य सरगना मास्टर माईड जय नारायण गुरूपंच निवासी कुटेली तीनों मिलकर नकली शराब का निर्माण एवं बिक्री की योजना बनाये। योजना के मुताबिक नरसिंग वर्मा जो आद्यतन अपराधी है। नागपुर जाकर पूर्व से परिचित शराब तस्कर रोहित बाबर निवासी नागपुर से मिला और योजना से अवगत कराकर, नकली शराब निर्माण हेतु समाग्री उपलब्ध कराने की बात किया, तब रोहित बाबर नरसिंग को इस अवैध कारोबार से जुड़े मोहम्मद समीम निवासी नागपुर से मिलाया और डील पक्का होने पर मुख्य मास्टर माईड जयनारायण गुरूपंच की सूचित किया। जय नारायण गुरूपंच नागपुर पहुंचकर नरसिंग के साथ रोहित बाबर और मोहमद समीम से मिला और शासकीय शराब दुकान छत्तीसगढ़ में बिकने वाले देशी शराब की बोतल में लगने वाले स्टीकर, ढक्कन एवं होलोग्राम की हुबहु नकल एक लाख नग उपलब्ध कराने सात लाख रूपये में सौदा पक्का किया और एडवांस के रूप में आधी रकम तीन लाख पचास हजार रूपये मोहमद समीम को दिया। मोहमद समीम एवं रोहित बाबर द्वारा स्टीकर एवं ढक्कन एवं सील मशीन भेजने पर जय नारायण द्वारा पुनः दो लाख चालीस हजार रूपये समीम को दिया गया। होलोग्राम स्टीकर नहीं मिलने से एक लाख रूपये रोका गया था। तीनों आरोपियों को परिशोधित स्पि्रट, स्टीकर, ढक्कन एवं ढक्कन सील करने की मशीन मिलने उपरांत नकली शराब के निर्माण एवं बॉटलींग हेतु सुरक्षित जगह की तलाश कर जय नारायण गुरूपंच अपने परिचित उमेश वर्मा, निवासी मुढ़िया, थाना परपोड़ी से मिला और उसके पोल्ट्री फार्म के पास स्थित खाली कमरे को पचास हजार रूपये प्रतिमाह किराये की दर से लिया और नकली शराब बनाने हेतु समस्त समाग्री उसी कमरे में रखकर तीनों आरोपी उसी कमरे में स्पि्रट और पानी मिलाकर शराब का निर्माण करते निर्मित नकली शराब को गेलन में भरकर जय नारायण गुरूपंच के द्वारा किराये में रखे फार्म हाउस में ले जाकर बॉटलिंग कर हुबहु नकली शराब तैयार कर कोचियों के माध्यम से क्षेत्र में बिक्री कर रहे थे। शराब बिक्री करने वाले शराब कोचिया राजेन्द्र निषाद, निवासी उदयपुर को भी गिरफ्तार किया गया। प्रकरण में नरसिंग वर्मा के गिरफ्तारी के बाद से फरार मुख्य मास्टर माईन्ड जय नारायण गुरूपंच को घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया एवं साइबर सेल और थाना गण्डई की संयुक्त टीम तैयार कर नागपुर भेजा गया। टीम के द्वारा अथक प्रयास उत्कृष्ठ पुलिसिंग का परिचय देते हुये आरोपी रोहित बाबर एवं मोहमद समीम को गिरफ्तार करने में सफल हुये। मुख्य सरगना जयनारायण गुरूपंच के निशांदेही पर सहयोगी उमेश वर्मा के पोल्ट्री फार्म मुढ़िया परपोड़ी में दबिश दी गई, जहां 4 सिन्टेक्स, 2 नग खाली ड्रम, 1 नग दुल्लु पंप बरामद किया गया। पूछताछ पर उमेश वर्मा ने बताया कि दिनांक 07.09.2024 को नरसिंग एवं विनोद सोनी के गिरफ्तारी के बाद मुख्य सरगना जयनारायण के कहने पर स्पि्रट को बहा दिया हूं एवं 6 बोरियों में रखे ढक्कन एवं 1 कार्टून स्टीकर को अतरिया ठेलका मुख्य मार्ग पुल से बांध में डूबा दिया हूं। आरोपियों निशादेही पर पुल के पास तलाशी किया गया, परंतु बहुत अधिक पानी होने से उक्त समाग्री नहीं मिल पाया। मुख्य आरोपी जयनारायण गुरूपंच से अवैध शराब बिक्री की रकम 65000 रूपये एवं अपराध में प्रयुक्त पुरानी ब्रेजा कार किमती सात लाख रूपये आरोपी उमेश वर्मा से अपराध में प्रयुक्त 1 नग प्लसर मोटर साइकल किमती 70000 रूपये एवं अन्य आरोपियों से अपराध से संबंधित 15000 रूपये नगद रकम कुल 80000 रूपये नगद रकम जप्त किया गया है। पांचों आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय प्रस्तुत कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। प्रकरण में फारवर्ड एवं बैकवर्ड लिंक की जांच जारी है और भी अन्य की संलिप्तता की संभावना है।
उपरोक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक अनिल शर्मा, सउनि टैलेश सिंह, प्रधान आरक्षक कमलेश श्रीवास्तव, आरक्षक विभाष सिंह, त्रिभुवन यदु एवं थाना प्रभारी गंडई का योगदान रहा।