राजनांदगांव। संस्कारधानी राजनांदगांव में नशे के बढ़ते प्रचलन और गरबा कार्यक्रमों में परंपरा से हो रहे विचलन को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि शहर के हर दूसरे चौक-चौराहे पर गांजा, दारू, सुलेशन और टेन गोलियां आसानी से मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि जहां जरूरतमंदों को जरूरी दवाइयों के लिए कई मेडिकल स्टोर्स के चक्कर काटने पड़ते हैं, वहीं नशे के इन घातक उत्पादों की खुलेआम बिक्री हो रही है। इससे युवाओं में उग्रता बढ़ रही है और आए दिन चाकूबाजी व मारपीट की घटनाएं सामने आ रही हैं।
विहिप और बजरंग दल ने मांग की कि इस अवैध नशे के कारोबार पर सख्ती से रोक लगाई जाए और इसमें संलिप्त लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
इसके साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने नवरात्रि में गरबा आयोजनों को पूरी तरह धार्मिक और पारंपरिक स्वरूप में करने की मांग भी रखी। उन्होंने कहा कि गरबा केवल माता की आराधना का माध्यम है, न कि मनोरंजन का मंच। अतः आयोजन स्थल पर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को टीका लगाना, कलावा बांधना और गंगाजल से छिड़काव अनिवार्य किया जाए।
इसके साथ ही गरबा स्थलों पर केवल भक्ति और देशभक्ति से जुड़े गीत ही बजाने की बात कही गई। उन्होंने मांग की कि सभी गरबा आयोजन रात 11.30 बजे तक ही समाप्त कराए जाएं ताकि शहर का धार्मिक माहौल शांतिपूर्ण और मर्यादित बना रहे।
इस दौरान प्रांत सहमंत्री नंदूराम साहू, विभाग मंत्री अनूप श्रीवास, जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश अग्निहोत्री, जिला मंत्री त्रिगुण सादानी, बजरंग दल जिला संयोजक राहुल बल्देवदेव मिश्रा, सामाजिक समरसता प्रमुख बाबाजी बौद्ध, नगर अध्यक्ष शिव वर्मा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि नवरात्रि के दौरान गरबा आयोजन पूरी तरह पारंपरिक वातावरण में होंगे और किसी भी प्रकार की अराजकता फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कार्यक्रम की जानकारी सम्भाग सह-संयोजक सुनील सेन ने दी।
नशे की खुली बिक्री पर रोक लगाने और पारंपरिक गरबा आयोजन की मांग को लेकर विहिप-बजरंग दल ने एसपी को सौंपा ज्ञापन
