नाबालिग से दुष्कर्म मामले में फरार चल रहा आरोपी गिरफ्तार, भेजा गया जेल

Share This :

राजनांदगांव। थाना डोंगरगांव पुलिस ने एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी मोहम्मद मुस्ताक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को उड़ीसा से राजनांदगांव लौटने की गुप्त सूचना मिलने पर दबिश देकर पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपी ने जुर्म स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया था।
पुलिस के अनुसार, 15 फरवरी 2018 को एक महिला ने थाना डोंगरगांव में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी नाबालिग बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर ले गया है। मामले में भादंवि की धारा 363 के तहत अपराध दर्ज किया गया। 21 मार्च 2018 को पीड़िता के लौटने पर उसके बयान लिए गए, जिसमें उसने आपबीती सुनाई।
पीड़िता के अनुसार, ग्राम टाटीकसा निवासी त्रिलोक साहू ने उसे शादी का झांसा देकर अपने घर ले जाकर शारीरिक शोषण किया। जब उसकी पत्नी को इसकी जानकारी हुई, तो उसने विरोध किया। इसके बाद त्रिलोक ने अपने परिचित मोहम्मद मुस्ताक को बुलाया, जो पीड़िता को जबरदस्ती मुंबई ले गया। वहां उसे डराया-धमकाया गया और उसके साथ बार-बार शारीरिक शोषण किया गया।
मामले में नामजद मुख्य आरोपी त्रिलोक साहू को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। लेकिन घटना के दूसरे आरोपी मुस्ताक पिता स्व. अली अहमद, उम्र-39 वर्ष, निवासी-बसंत खरोना डीह, पोस्ट मरबन, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) घटना के बाद से फरार चल रहा था।
मुस्ताक की तलाश में पहले बिहार में दबिश दी गई थी, लेकिन वह लगातार ठिकाने बदलकर छिपता रहा। इस बीच, मुखबिर से सूचना मिली कि वह वर्तमान में उड़ीसा में रह रहा है और पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजनांदगांव आया है। सूचना के आधार पर 9 जुलाई को पुलिस टीम ने इंदामारा में दबिश दी, जहां से आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी डोंगरगांव निरीक्षक अवनीश कुमार श्रीवास, उपनिरीक्षक बीपी यादव, उपनिरीक्षक एलआर धुव, आरक्षक गौरव शेंडे, शाहीद अंसारी, बीसराम वर्मा और चंद्रकांत सोनी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।