नारद की तरह हमें भी ज्ञान की खोज में तत्पर रहना चाहिए : आचार्य पं. युवराज पाण्डेय

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राजनांदगांव। रेंगाकठेरा मे कथा के तीसरे दिन हजारों की संख्या में भक्तों ने आचार्य पं. युवराज पाण्डेय के श्रीमुख से कथा का श्रवण किये। शिवमहापुराण कथा की शुरुआत आरती के साथ व भोले बाबा के भजन के साथ किया गया।
आचार्य पं युवराज पाण्डेय ने अपने दिन की कथा में बताया कि ब्रह्मा और नारद का संवाद भागवत पुराण के चौथे और सातवें स्कंध में विस्तार से मिलता है। इस संवाद में ब्रह्मा नारद को सृष्टि का रहस्य, भक्ति का महत्व और भगवान विष्णु की महिमा के बारे में बताते है, इसमें नारद भक्ति का महत्व समझाते हैं। यह ज्ञान और भक्ति का मूल है, जिसमें ब्रह्मा ने नारद को बताया कि भक्ति ही मोक्ष का सर्वोत्तम मार्ग है। नारद मुनिए जो हमेशा ब्रह्मज्ञान और भक्ति की खोज में रहते हैं, ब्रह्मा से पूछते हैं कि सृष्टि की रचना कैसे हुई और इसे कौन संचालित करता है। ब्रह्मा उत्तर देते हैं कि यह सब परमात्मा ;भगवान विष्णुद्ध की इच्छा से होता है। नारद पूछते हैं कि मनुष्य अपने जीवन को किस प्रकार सार्थक बना सकता है। ब्रह्मा उन्हें बताते हैं कि केवल भक्ति और भगवान का ध्यान ही जीवन का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। नारद मुनि ने ब्रह्मा से माया (भ्रम) और इसके प्रभाव के बारे में भी पूछा। ब्रह्मा ने उन्हें समझाया कि माया भगवान की शक्ति है, जो जीवों को संसार से बांधती है। केवल भक्ति के माध्यम से ही माया को पार किया जा सकता है।
एक प्राचीन कथा के अनुसार, नारद मुनि ने अपने जीवन में कई बार भगवान विष्णु का ध्यान किया और उन्हें समर्पित भक्ति के माध्यम से मोक्ष प्राप्त करने का मार्ग दिखाया।
भगवद्गीता और भागवत पुराण में नारद की भक्तिः नारद को नारद भक्ति सूत्र के माध्यम से भक्ति का आदर्श बताया गया है। पं. पाण्डेय ने बताया कि शिव की महिमा आपर है किसी भी व्यक्ति को भगवान शिव व नारायण में भेद नहीं समझना चाहिए। कथा में शिव की महिमा का विस्तार से वर्णन सुनने हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे है। कथा में बताया कि कि कलयुग में भक्ति ही मोक्ष का सबसे सरल और सुलभ मार्ग है। प्रतिदिन कथा दोपहर 1 बजे से शिवमहापुराण कथा आयोजित किया जा रहा है।
आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से तिलई भाजपा मंडल अध्यक्ष परदेशी साहू, जनपद सभापति ओमप्रकाश साहू, जनपद सदस्य गणेश साहू, पूर्व सरपंच भागवत वर्मा, भागवत साहू, अंगद वर्मा, जयश्री ललित चांदत्तारे, अजय वर्मा, गैंदलाल साहू सहित बाल युवा मंडल गणेश समिति सहित हजारों श्रोता संगीतमयी कथा का श्रवण कर रहे है।