राजनांदगांव। स्थानीय रुद्राक्षम् वेलफेयर सोसाइटी द्वारा पटरी पार क्षेत्र के उभरते हॉकी खिलाड़ियों के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों को आधुनिक खेल प्रबंधन, करियर प्लानिंग और वैश्विक खेल परिदृश्य से परिचित कराना था। कार्यशाला में दक्षिण अफ्रीका से पधारे खेल प्रबंधन विशेषज्ञ आशुतोष झा ने खिलाड़ियों से संवाद कर उन्हें जरूरी टिप्स और मार्गदर्शन दिया।
विशेषज्ञ आशुतोष झा ने खिलाड़ियों को बताया कि केवल खेल में निपुणता पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसे एक प्रोफेशनल करियर के रूप में स्थापित करने के लिए सही मैनेजमेंट, ब्रांडिंग, साइंटिफिक ट्रेनिंग और स्पॉन्सरशिप की समझ भी जरूरी है। उन्होंने कहा, खिलाड़ी जितना अपने खेल पर ध्यान दें, उतना ही अपने भविष्य की दिशा तय करने में भी सजग रहें। समय प्रबंधन, नेटवर्किंग और मानसिक अनुशासन आज के खिलाड़ी की सबसे बड़ी पूंजी है।
कार्यशाला में उपस्थित खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी करते हुए विशेषज्ञ से विभिन्न मुद्दों पर सवाल भी किए। प्रश्नोत्तर सत्र खासा रोचक रहा, जिसमें युवाओं ने करियर से जुड़े कई सवाल पूछे।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी एवं एनआईएस कोच मृणाल चौबे ने बताया कि चिखली स्कूल मैदान में रुद्राक्षम् वेलफेयर सोसाइटी द्वारा खेल, शिक्षा और अनुशासन को केंद्र में रखकर जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ हॉकी संघ और जिला हॉकी संघ राजनांदगांव के मार्गदर्शन में अब तक 250 से अधिक बच्चों को हॉकी से जोड़ा गया है।
विशेषज्ञ आशुतोष झा ने खिलाड़ियों को हॉकी स्टिक और बॉल भी भेंट किए। इस मौके पर वरिष्ठ पार्षद सुनील साहू ने कहा कि ऐसी कार्यशालाएं खिलाड़ियों की सोच का दायरा बढ़ाती हैं। सिर्फ खेलना काफी नहीं, खेल से जुड़े हर पहलू को समझना ज़रूरी है।
कैलाशधाम मंदिर समिति के अध्यक्ष खुमान वर्मा ने रुद्राक्षम् वेलफेयर सोसाइटी के इस प्रयास को युवा प्रतिभाओं को वैश्विक दृष्टिकोण से परिचित कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस अवसर पर समाजसेवी ललित नायडू, मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष सुरेश डेकाटे, राजेश साहू, संदीप यादव, भागवत निषाद, आशुतोष लारिया, निकेश रामटेके, चंदा साहू, संतोष राजपूत, खिलेश्वर सिन्हा, रामदास यादव सहित कई खिलाड़ियों के पालकगण व स्थानीय गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे। कार्यशाला के आयोजन को क्षेत्र में खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में सराहा गया।
पटरी पार के होनहार हॉकी खिलाड़ियों को मिला वैश्विक दृष्टिकोण
