राजनांदगांव। केंद्र सरकार से प्रोजेक्ट दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी के मामले में भिलाई के एक युवक के खिलाफ बसंतपुर पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज किया है। प्रार्थी राजनांदगांव शहर का रहने वाला है। वहीं भिलाई के रहने वाले आरोपी ने प्रोजेक्ट के साथ-साथ सर्वे कराने के बावजूद शिकायतकर्ता को फूटी-कौड़ी नहीं दी। पुलिस ने जालसाजी के तहत मामला दर्ज किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक स्थानीय जीवन कालोनी के रहने वाले आशीष सिन्हा का भिलाई के हराधन मंडल से पुरानी जान-पहचान थी। केंद्र सरकार से प्रोजेक्ट दिलाने के नाम पर आशीष की आरोपी से जनवरी 2024 में भिलाई में मुलाकात हुई।
इस दौरान बायोमास एनर्जी सर्वे दिलाने हेतु आरोपी ने प्रार्थी से 2 लाख रुपए मांगे। मुलाकात के उपरांत 8 जनवरी 2024 को आवेदक ने ऑनलाइन 50 हजार रुपए आरोपी के खाते में डाले। इसके बाद 2 जिले गरियाबंद और धमतरी में सर्वे का काम लेने के लिए 4 लाख रुपए फिर शिकायतकर्ता ने आरोपी को दिया। सर्वे कराने के एवज में आरोपी द्वारा प्रत्येक सर्वे के लिए 120 रुपए देने की बात कही। इस झांसे में आकर शिकायतकर्ता की सर्वे टीम ने काम शुरू किया।
10 जनवरी 2024 के बाद सर्वे मोबाइल एप के द्वारा सर्वे पूर्ण करने की बात आरोपी को बताया गया। कुछ दिनों बाद पुराने एप को बदल दिया गया, फिर इसी एप के अनुसार सर्वे करने कहा गया। आवेदक के द्वारा धमतरी और गरियाबंद में 2 माह तक क्रमशः 800 और 200 सर्वे कराया गया। जिसके एवज में एक रुपए भी नहीं दिया गया। इस तरह सर्वे की राशि अदा नहीं करने पर पीड़ित ने काम करने से इनकार कर दिया और वहीं प्रोजेक्ट के लिए दिए गए रकम को वापसी की मांग की। इसके बावजूद आरोपी ने रकम वापस नहीं किया। पुलिस को दिए जानकारी में आवेदक ने यह भी बताया कि आरोपी हराधन मंडल द्वारा मोहला-मानपुर के जग्गूराम सोरी और डोंगरगढ़ के गंगाप्रसाद बंजारे से क्रमशः एक-एक लाख रुपए लिए। आरोपी ने कुल शिकायतकर्ता आशीष सिन्हा से 7 लाख रुपए नगद लिए और सर्वे का एक लाख 20 हजार रुपए भी नहीं दिया। बसंतपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बायोमास एनर्जी सर्वे दिलाने के नाम पर लाखों ठगी, मामला दर्ज
