राजनांदगांव। मानवता की मिसाल पेश करते हुए जिला पशु चिकित्सालय राजनांदगांव की टीम ने एक बेसहारा स्ट्रीट डॉग की पीठ से करीब एक किलो का ट्यूमर निकालकर उसे नया जीवन दिया है। यह डॉग पिछले चार महीने से ट्यूमर की पीड़ा झेल रहा था। आसपास के लोग उसकी हालत देखकर द्रवित हो उठते थे, तभी एक संवेदनशील नागरिक ने पहल करते हुए कुत्ते को दुर्ग वेटरनरी कॉलेज पहुंचाया।
वहां जांच में पता चला कि डॉग के शरीर में ब्लड की मात्रा मात्र 6 ग्राम रह गई है और उसकी स्थिति काफी कमजोर है। चिकित्सकों ने जोखिम देखते हुए ऑपरेशन से मना कर दिया। इसके बाद कुत्ते को जिला पशु चिकित्सालय राजनांदगांव लाया गया।
यहां प्रभारी डॉ. तरुण रामटेके ने जांच कर पाया कि उपचार संभव है, बशर्ते डॉग का ब्लड लेवल बढ़ाया जाए। इसके लिए करीब 15 से 20 दिन तक नियमित फ्लुड थेरेपी दी गई और आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लगाया गया, जिससे ब्लड की मात्रा बढ़कर 9 ग्राम हो गई। इसके बाद सर्जरी की गई और सफलतापूर्वक 1 किलो ग्राम का ट्यूमर निकाल दिया गया।
इस ऑपरेशन में पत्रकार अजय सोनी ने आर्थिक सहयोग करते हुए मेडिसिन व एनेस्थेसिया की व्यवस्था कराई। वहीं, ऑपरेशन में इस्तेमाल हुई इलेक्ट्रोकार्टी मशीन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह द्वारा अपने जन्मदिवस पर चिकित्सालय को उपलब्ध कराई गई थी, जिसके उपयोग से ऑपरेशन के दौरान बहुत कम रक्त निकला।
इस जटिल सर्जरी को उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं के मार्गदर्शन में डॉ. तरुण रामटेके के नेतृत्व में टीम ने अंजाम दिया। टीम में बलराज चौहान, प्रेमलता कोसारे, शत्रुघन यादव, पीयूष कश्यप, हर्ष ठाकुर एवं इंटर्नशिप स्टूडेंट्स का विशेष योगदान रहा।
सफल ऑपरेशन के बाद अब स्ट्रीट डॉग की हालत बेहतर है। चिकित्सालय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी भी स्ट्रीट डॉग को उपचार या ऑपरेशन की आवश्यकता हो, तो जिला पशु चिकित्सालय राजनांदगांव से संपर्क करें। साथ ही कहा कि संसाधन सीमित हैं, अतः ऐसे कार्यों के लिए नागरिकों के आर्थिक सहयोग की आवश्यकता होती है।
बेसहारा श्वान की पीठ से निकाला गया एक किलो का ट्यूमर, डॉक्टरों ने दिया नया जीवन
