
राजनांदगांव (नांदगांव टाइम्स) ब्लैक लिस्ट में शामिल दास कंस्ट्रक्शन और संजय सिंगी कंस्ट्रक्शन को एक बार फिर सड़क निर्माण का ठेका मिलने से प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। यह मामला तब प्रकाश में आया जब इन ठेकेदारों को स्थानीय निकाय द्वारा नई सड़क निर्माण परियोजना का काम सौंपा गया।
सूत्रों के अनुसार, दास कंस्ट्रक्शन और संजय सिंगी कंस्ट्रक्शन को पिछले कुछ वर्षों में घटिया निर्माण कार्य और नियमों के उल्लंघन के आरोपों के चलते काली सूची में डाला गया था। बावजूद इसके, उन्हें इस बार नई निविदा प्रक्रिया के जरिए काम दे दिया गया।
प्रशासन की भूमिका पर उठे
सवालजानकारों का कहना है कि काली सूची में शामिल ठेकेदारों को सरकारी कार्य नहीं सौंपा जा सकता। ऐसे में प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठना स्वाभाविक है। क्या यह ठेका देने में अनियमितता हुई है, या फिर यह मामला महज लापरवाही का है?
स्थानीय निवासियों की नाराज़गी
इस मामले से स्थानीय निवासियों में आक्रोश है। एक निवासी ने कहा, “जो ठेकेदार पहले खराब काम के लिए बदनाम हैं, उन्हें दोबारा ठेका देकर प्रशासन जनता के पैसे की बर्बादी कर रहा है।”
जांच की मांग
विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने इस मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जताते हुए मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि यह ठेका पारदर्शी तरीके से नहीं दिया गया है, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
अधिकारी क्या कहते हैं?
इस मामले पर जब संबंधित विभाग से बात की गई, तो उन्होंने कहा, “निविदा प्रक्रिया के तहत ही ठेका दिया गया है। यदि कोई अनियमितता सामने आती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।”अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मुद्दे पर क्या कदम उठाता है और क्या जनता के भरोसे को बहाल करने के लिए कोई सख्त कार्रवाई की जाएगी।