राजनांदगांव। भगवान अग्रसेन जी और भगवान झूलेलाल जी के प्रति एक असामाजिक तत्व द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में सर्व समाज द्वारा रायपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में अग्रवाल सभा राजनांदगांव ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया और अपनी भावनाओं एवं आस्था के अपमान के खिलाफ आवाज बुलंद की।
धरना प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों से हजारों की संख्या में अग्रवाल समाज के पुरुष, महिलाएं और युवा शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर असामाजिक तत्व के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
पूर्व में अग्रवाल सभा राजनांदगांव और पूज्य सिंधी पंचायत ने पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव को ज्ञापन सौंपकर उस व्यक्ति के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। हालांकि पुलिस ने यह कहते हुए मना कर दिया था कि मामला अन्य जिले का है, इसलिए एफआईआर वहीं दर्ज होगी।
समाज का कहना है कि अन्य प्रदेशों में इसी व्यक्ति पर एफआईआर दर्ज की गई है, ऐसे में राजनांदगांव में भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए। अग्रवाल सभा और सिंधी पंचायत ने शीघ्र एफआईआर दर्ज कराने का संकल्प दोहराया है।
धरना प्रदर्शन में राजनांदगांव से बड़ी संख्या में अग्रबंधु रायपुर पहुंचे, इनमें प्रमुख रूप से शरद अग्रवाल अध्यक्ष, आलोक बिंदल सचिव, अशोक अग्रवाल कोषाध्यक्ष, लोकेश अग्रवाल भवन व्यवस्थापक के साथ संतोष अग्रवाल, हरिनारायण अग्रवाल, विनोद लोहिया, सुशील पसारी, अजय लोहिया, सुरेश अग्रवाल, विकास अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, अमित मित्तल, नवीन अग्रवाल, आशीष अग्रवाल, राजेन्द्र अग्रवाल, परमानंद गोयल, संतोष गोयल, अशोक सिंघल, चंकी अग्रवाल, डॉ. हितेश लोहिया, हितेश अग्रवाल, भावेष अग्रवाल, विनोद जिंदल, बिशन अग्रवाल, शिव अग्रवाल, प्रतीक अग्रवाल, प्रदीप सिंघल, विकास गोयल, रमणीक अग्रवाल, संजय अग्रवाल, अतुल अग्रवाल, अनुपम अग्रवाल, विनय गोयल, राजेश खोखरिया, राहुल अग्रवाल सहित कई अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
अग्रवाल सभा के अध्यक्ष शरद अग्रवाल ने कहा कि देश और प्रदेश में जिस प्रकार का वातावरण निर्मित हो रहा है, वह सभी समाजों और धर्मों के लिए चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा ऐसे समय में सभी समाजों को संगठित होकर इस तरह की ओछी मानसिकता और असामाजिक प्रवृत्तियों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। यह केवल किसी एक समाज का नहीं, बल्कि पूरे समाज की आस्था और सम्मान का प्रश्न है।
उन्होंने राजनांदगांव के सर्व समाज से अपील की कि वे निर्भय होकर आंदोलन का हिस्सा बनें और एकजुटता के साथ विरोध की आवाज बुलंद करें।
भगवान अग्रसेन व झूलेलाल पर टिप्पणी के विरोध में सर्व समाज का धरना
