भगवान राधाकृष्ण भक्तों के संग होली खेलने निकलेंगे मंदिर से

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राजनांदगांव। संस्कारधानी नगरी राजनांदगांव में पिछले 33 वर्षों से रंगोत्सव का त्यौहार श्री सत्यनारायण मंदिर समिति के तत्वावधान में नागरिको की रंगोत्सव समिति द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास के साथ भक्ति एवं श्रद्धा पूर्ण मनाया जाता है। फागुन शुक्ल पूर्णिमा को होलिका दहन के पश्चात चैत्र कृष्ण एकम को श्री सत्यनारायण मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित अखण्ड ब्रम्हाण्ड नायक भगवान राधाकृष्ण स्वयं अपने भक्तों के साथ होली खेलने के लिए भव्य रथ पर सवार होकर शहर के प्रमुख मार्गों से निकलते हुए फागुन महोत्सव का आनंद भक्तों को प्रदान करते हैं। श्री सत्यनारायण मंदिर रंगोत्सव समिति ने 14 मार्च को रंगोत्सव मनाए जाने का निर्णय लिया गया है। अतः श्री रंगोत्सव समिति द्वारा भगवान राधाकृष्ण की शोभायात्रा 14 मार्च शुक्रवार को सुबह 09:00 बजे निकाली जाएगी। भगवान राधाकृष्ण युगल सरकार को मंदिर के गर्भगृह से रथ में विराजित किया जाएगा। इसके लिए समिति ने नगर के सांसद संतोष पांडे, नवनिर्वाचित महापौर मधुसूदन यादव, पूर्व मंडी उपाध्यक्ष एवं जिला भाजपा अध्यक्ष कोमल सिंह राजपूत को आमंत्रित किया है।
श्री सत्यनारायण मंदिर समिति के अध्यक्ष अशोक लोहिया ने जानकारी दी कि मंदिर समिति वर्षो से हिंदू संस्कृति के विभिन्न त्योहारों को सार्वजनिक रूप से मनाती आ रही है। यह आयोजन संस्कारधानी नगरी की गरिमा के अनुरूप मनाया जाता है। इस वर्ष 14 मार्च शुक्रवार को 34 वा रंगोत्सव का त्यौहार धूमधाम से मनाए जाने हेतु व्यापक तैयारियां की गई है।
श्री सत्यनारायण मंदिर समिति अध्यक्ष अशोक लोहिया, सचिव सुरेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष हरीश अग्रवाल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार समिति की आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस वर्ष रंगोत्सव पर नवीनता लिए भव्य रथ को तैयार किया जावेगा। रथ तैयार करने की जिम्मेदारी लक्ष्मण लोहिया को दी गई है।
श्री सत्यनारायण मंदिर रंगोत्सव समिति की ओर से जानकारी दी गई है कि रथ में भगवान राधाकृष्ण के विराजमान होने के पश्चात पूजा एवम आरती होगी तथा ठीक सुबह 9 बजे शोभायात्रा प्रारम्भ होगी, जो मंदिर से कामठी लाइन, भारत माता चौक, आजाद चौक, मानव मंदिर चौक, गांधी चौक, गौशाला पारा से तेली पारा होते हुए महालक्ष्मी मंदिर, श्री रामदेव मंदिर से उदयाचल, पुरानी गंज मंडी स्थित श्री बालाजी मंदिर के सामने से गंज लाइन, महेश पथ, तिरंगा चौक, रामाधीन मार्ग होते हुए श्री श्याम मंदिर गली से वापस कामठी लाइन स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर पहुंचेगी। शोभायात्रा के मार्ग में अनेक भक्तो द्वारा स्वप्रेरणा से अपने आराध्य भगवान राधाकृष्ण एवम उनके ग्वाल – बालो का स्वागत सत्कार ठंडाई, मिष्ठान, शीतल पेय, पेयजल, जलपान, फल इत्यादि से किया जाता है। इस वर्ष अनेक स्थानों पर रंगों के फुहारे से केसरिया रंग की बारिश किये जाने की तैयारियां की जा रही है। शोभायात्रा को भव्यता प्रदान करने सभी भक्तों की एकरूपता को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष भी सभी भक्तों के लिए दुपट्टे मंगाए गए हैं। रंगोत्सव समिति द्वारा मंदिर के समक्ष रथयात्रा प्रारंभ होने के समय उपस्थित सभी भक्तों को दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया जावेगा। शोभायात्रा की विशेषता यह होती है कि प्रत्येक भक्त केशरिया रंग में रंगा होता है। रंगोत्सव समिति ने आमजनो से आग्रह किया है कि शोभयात्रा में शामिल भक्तो के ऊपर लाल, गुलाबी एवम केशरिया रंगों एवम गुलाल का प्रयोग करे। काले रंग, तैलीय रंगो का प्रयोग वर्जित रहेगा। संस्कारधानी के सभी भजन मंडलीयो एवम भजन गायको को इस अवसर पर फागुन के भजन गायन के लिए आमंत्रित किया गया है। संस्कारधानी की सभी भजन मंडलियों एवम गायक कलाकारों से चर्चा कर सहमति प्राप्त की जा चुकी है। समिति ने श्रद्धालु भक्तो से शोभायात्रा में शामिल होकर धर्म लाभ प्राप्त करने का आग्रह किया गया है। शोभायात्रा के मार्ग में माता-बहने अपने घर के सामने भगवान का पूजन कर भगवान के साथ होली खेल सकती है।