नई दिल्ली/जयपुर/रायपुर:(नांदगाँव टाइम्स) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं तेज हो गई हैं। पार्टी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर चल रहे मंथन के बीच राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों की कुर्सी भी डांवाडोल होती दिख रही है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को हटाने की तैयारियां अंदरखाने शुरू हो चुकी हैं। पार्टी के भीतर असंतोष के सुर तेज़ होते जा रहे हैं और राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैकचैनल बातचीत चल रही है ताकि एक संभावित उत्तराधिकारी की पहचान की जा सके।
राजस्थान की यह सियासी हलचल अकेली नहीं है। सूत्रों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में है। संगठन के शीर्ष स्तर पर नेतृत्व परिवर्तन की संभावनाओं पर गंभीरता से विचार हो रहा है। वहां भी असंतोष के स्वर मुखर हुए हैं और पार्टी दोराहे पर खड़ी है — या तो मुख्यमंत्री को बदला जाए या फिर कोई सांकेतिक चेतावनी देकर स्थिति को संभाला जाए।
इसी के साथ एक पहाड़ी राज्य में भी नेतृत्व संकट गहराता दिख रहा है, जहाँ मुख्यमंत्री की स्थिति पहले से ही कमजोर मानी जा रही थी। ऐसे में भाजपा के लिए यह समय केवल एक राज्य विशेष का संकट नहीं, बल्कि संगठनात्मक दिशा तय करने का निर्णायक क्षण बनता जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पार्टी 2029 की तैयारी के तहत नए नेतृत्व के साथ प्रयोग कर रही है, और यह उथल-पुथल आने वाले दिनों में और राज्यों तक भी फैल सकती है। फिलहाल, सभी की निगाहें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर टिकी हैं — कि वह किस दिशा में कदम उठाता है और पार्टी के भीतर की उठापटक को कैसे संतुलित करता है।