राजनांदगांव। भाजपा सरकार में प्रशासनिक सिस्टम की लापरवाही एक बार फिर सवालों के घेरे में है। जिले में करोड़ों रुपये की जमीन फर्जी तरीके से दूसरे व्यक्ति के नाम दर्ज किए जाने का मामला सामने आया है। मामला तब उजागर हुआ जब पीड़ित महेंद्र जैन ने शिकायत की कि उसकी जमीन बिना जानकारी के किसी और के नाम कर दी गई। जांच में सामने आया कि संबंधित पटवारी की सरकारी आईडी हैक कर यह गड़बड़ी की गई।
पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज तो कर ली है, लेकिन पिछले छह महीनों से जांच की फाइलें सिर्फ इधर-उधर घूम रही हैं। कार्रवाई के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
इस गंभीर प्रकरण पर युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव निखिल द्विवेदी ने सरकार और प्रशासन पर तीखे सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि “अगर पटवारी की आईडी हैक हो सकती है, तो कलेक्टर परिसर की जमीन भी भूमाफिया अपने नाम कर ले, इसमें देर नहीं लगेगी।” द्विवेदी ने आरोप लगाया कि आरोपी को संरक्षण प्राप्त है और प्रशासन जानबूझकर कार्रवाई टाल रहा है।
द्विवेदी ने कहा कि “आरोपी के घर भाजपा के बड़े नेता के पुत्र भोजन करते हैं, यही इस पूरे खेल की जड़ है।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पीड़ित को जल्द न्याय नहीं मिला, तो युवा कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगी।
इस दौरान नवागांव में हुई आगजनी की घटना को लेकर भी प्रशासन पर सवाल उठे। पीड़िता अमृता गुप्ता ने कहा कि यह हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित आगजनी है। एसपी ने मामले में थाना प्रभारी को जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बैठक में पूर्व पार्षद ऋषि शास्त्री, प्रदेश प्रवक्ता अभिमन्यु मिश्रा, प्रदेश सचिव (अल्पसंख्यक) विशू अजमानी, संगीता साहू, संदीप सोनी, तौसीफ रजा, विनायक राठौड़, हर्ष साहू, अंशल श्रीवास्तव, जितेंद्र जैन, शैलेश जैन, यश जैन समेत बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता मौजूद थे।
युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष ऋषि शास्त्री ने मांग की कि पटवारी आईडी हैक प्रकरण की जांच पुलिस और राजस्व विभाग के संयुक्त समन्वय से की जाए। साथ ही आईडी सुरक्षा प्रणाली की समीक्षा कर दोषियों को कठोर दंड दिया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगेगी और जनता का प्रशासन पर भरोसा बना रहेगा।
