राजनांदगांव (नांदगांव टाइम्स) चैत्र नवरात्रि के दिन चल रहे हैं. माता रानी के मंदिरों में भक्तों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं. शक्ति की भक्ति के लिए लोग 9 दिनों का व्रत रख रहे हैं. इस बीच छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में मां के एक युवा भक्त ने 9 दिन की समाधि ले ली है. 23 साल के हरिशचंद्र ने खुद को कंधे तक जमीन के अंदर कर लिया है. अब वह नवरात्रि के पूरे 9 दिनों तक ऐसे ही रहेगा. हरिशचंद्र के समाधि लेने की बात जब लोगों के बीच पहुंची तो उसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचने लगे

नवरात्रि के दौरान लोग मातारानी के प्रति अपनी आस्था जताने के लिए ज्योति प्रज्वलित करते हैं या 9 दिनों का व्रत रखकर भक्ति भाव से मां की पूजा-अर्चना करते हैं. लेकिन राजनांदगांव जिला स्थित डोंगरगांव के पास स्थित एक छोटे से गांव में मातारानी के भक्त की अनोखी तस्वीर देखने को मिली. ग्राम मारगांव के 23 साल के हरीशचंद्र ने अपने घर के आंगन में खुद को कंधे तक जमीन के अंदर समाधि ले ली है।गांव के लोगों ने बताया कि हरीश के समाधि लेने के बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता था. नवरात्रि के पहले दिन हरीशचंद्र ने घर के आंगन में एक गड्ढा खोदा और समाधी ले ली. इसके बाद गांव के लोगों ने वहां पंडाल लगाकर पूजा-अर्चना शुरू करा दी. दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से भी परेशानिया बढ़ी लेकिन मातारानी की आस्था के सामने सारी बाधाएं ग्रामीणों ने आपस में सहयोग कर दूर कर ली।
स्वास्थ्य परीक्षण पर रखी जा रही नजर
इस बारे में जब प्रशासन को जानकारी मिली तो डोंगरगांव स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टरों की टीम वहां पहुंची. अब टीम लगातार डेली युवक का स्वास्थ्य परीक्षण कर उसके स्वास्थ्य पर नजर रख रही है. हरीश की समाधि को लेकर राजनांदगांव के मुख्य स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन ने बताया कि मिट्टी के भीतर शरीर रहने से इचिंग और इंफेक्शन हो सकते हैं. इस मामले में उनकी मेडिकल टीम द्वारा लगातार जांच की जा रही है. युवक का BP, नर्व और सारे फंक्शन अभी तक बराबर काम कर रहे हैं. इन 9 दिनों में उनके स्वास्थ्य में कोई परेशानी आती है तो मेडिकल ग्राउंड पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की कोशिश की जाएगी. बता दें कि हरीशचंद्र भिलाई की एक कंपनी में गैस कटर का काम करते हैं. माता के प्रति उनकी आस्था और भक्ति को देखकर लोग हैरान हैं