राजनांदगांव। पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने आज भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उनके तेल चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया और अपने सारगर्भित उद्बबोधन में कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारत के महान राजनीतिज्ञ थे, शिक्षा विद् थे और बहुत बड़े विचारक थे। वह पहले के जनसंघ और आज की भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक थे।
अभिषेक सिंह ने कहा कि जब नेहरू जी ने कश्मीर में धारा 370 लगाई थी, तब डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसका पुरजोर विरोध किया, उनका नारा था कि जब देश एक है भारतवर्ष एक है, तो एक देश में दो प्रधान दो विधान और दो झंडा कैसे हो सकता है। धारा 370 लगाने के बाद कश्मीर अपने को भारत से अलग बताता था। अपना अलग प्रधानमंत्री बनाकर, अलग झंडा लगाकर और अलग से विधानसभा बनाकर अपने को भारत से अलग करता था, उनकी पुण्यतिथि 23 जून को हर साल भाजपा बलिदान दिवस के रूप में मनाती आ रही है।
श्री सिंह ने कहा कि उनकी विचारधारा में राष्ट्र प्रेम सबसे पहले थाएवर्तमान परिस्थितियों में श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान बहुत ज्यादा मायने रखता है। युवाओं से उन्होंने हमेशा आह्वान किया कि हमें श्यामा प्रसाद मुखर्जी को और उनके विचारों को अच्छे से जानना और पढ़ना चाहिए और जीवन में आत्मसात करना चाहिए।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से भाजपा जिलाध्यक्ष कोमल सिंह राजपूत, श्रम मंडल के चेयरमैन योगेशदत्त मिश्रा, अकरम कुरैशी, कार्यक्रम प्रभारी किशुन यदु, तरुण लहरवानी, त्रिगुण टांक, अरुण शुक्ला, मंडल अध्यक्ष द्वय प्रशांत गुप्ता, सुमीत सिंह भाटिया, राजेश गुप्ता अग्रहरि, इरफान शेख, विट्ठल पटेल, संजय लोहिया, मधु बैद, गिन्नी चावला, दामू भूतड़ा, पार्षद चंद्रशेखर लश्करे, आकाश चोपड़ा, युवा मोर्चा अध्यक्ष प्रखर श्रीवास्तव, अनिल ठक्कर, सुरेंद्र सिंह राजपूत, अरविंद यादव, दुर्गेश यादव, चिंटू खान, अनुराग चौरसिया, आशीष जैन, प्रवीण शुक्ला, अरविंद बैद, आशीष सिन्हा, अंकित देवांगन सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
युवाओं को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन को पढ़कर आत्मसात करना चाहिए : अभिषेक सिंह
