राजनांदगांव। कहते हैं बचपन दोबारा नहीं आता, ठीक उसी तरह स्कूल, कॉलेज के दिन कभी लौटकर नहीं आते, ताउम्र हमारे जेहन में सिर्फ यादें रह जाती हैं, लेकिन राजनांदगांव दिग्विजय महाविद्यालय की पीढ़ी ने अपने कॉलेज के पुराने दिनों को दोबारा वापस लाने के लिए रीयूनियन का सहारा लिया। पुराने स्टूडेंट्स राजनांदगांव स्थित एक निजी होटल में इकट्ठा हुए और सर्वप्रथम मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर सभी छात्रों ने अपना परिचय दिया और अपने साथियों से मिलकर पुराने दिन ताजा किए।
दोस्ती जितनी पुरानी हो वो उतनी एक-दूसरे के प्रति विश्वास और भरोसा पैदा करती है और यदि ये दोस्ती स्कूल, कॉलेज के समय की हो तो फिर बात ही क्या। पुराना दोस्त यदि अचानक मिल जाए तो उसे देखते ही पुरानी यादें ताजा हो जाती है, लेकिन यदि 35 दोस्त सालों बाद एक-दूसरे से मिले तो इसे आप क्या कहेंगे। जरा सोचिए वो नजारा क्या होगा, लेकिन ऐसा नजारा हकीकत में देखने मिला। राजनांदगांव के शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय का 2007 साइंस बैच एक निजी होटल में इकट्ठा हुआ इस बैच के 35 छात्रों ने एक-दूसरे से मिलकर यादें ताजा की।
राजनांदगांव में शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के पुराने दोस्तों ने मिलकर एक ऐसा आयोजन किया जो चर्चा का विषय बना हुआ है। कॉलेज दोस्तों ने 18 साल बाद रीयूनियन पार्टी रखी, जिसमें साइंस बैच के स्टूडेंट्स ने अपने साथियों को इकट्ठा किया, जिसमें पुराने छात्र आपस में मिले ढोल-बाजे, मिठाइयां सहित भोजन सारी चीजों की व्यवस्था की गई, जिसमें पुराने दोस्त इस शानदार और यादगार समारोह का हिस्सा बने।
18 साल बाद पुराने छात्र मिले तो इन्हें देखकर जरा भी ये नहीं लग रहा था कि ये उम्रदराज हो चुके हैं कोई बच्चों के जैसा उछल रहा था तो कोई मस्ती के मूड में था, एक-दूसरे से मिलकर इन्होंने अपने पुराने दिनों को याद किया। इस दौरान उन्होंने एक-दूसरे के प्रति वही दोस्ताना व्यवहार किया, जो बरसों पहले किया करते थे, ये सारा नजारा अद्भुत था।
इस अवसर पर गीतांजलि साहू शिक्षिका सुरगी, माधुरी साहू शिक्षिका कुम्हालोरी, हिमांशी सोलंकी, एकेडमिक एजुकेटर आर्ट टीचर नया रायपुर, विद्यारानी मेहर जूनियर कॉलेज लैख्रार, वंदना यदु शिक्षिका दुर्ग, शिव सोनी शिक्षक डोंगरगढ़, राहुल देवांगन डाटा साइंटिस्ट बैंगलोर, राहुल सिंह एचआर वेदांता कोरबा, युगल किशोर सिन्हा एचआर जेएसपीएल अंगुल उड़ीसा, वीरेंद्र टेंभुरकर शिक्षक सुरगी, चेतन सिंह चंद्राकर उपनिरीक्षक पीएचक्यू रायपुर, लक्ष्मी नारायण सिंह शिक्षक छुरिया, ज्वेल जोसफ एसबीआई डोंगरगढ़, चंद्रभूषण ठाकुर ट्रेजरी ऑफिसर, अखिलेश श्रीवास्तव शिक्षक खैरागढ़, सुरेश शिक्षक, गिरधर वर्मा, सतीश सिंह शिक्षक, लोकेश रजक रिपोर्टर-संचालक कम्प्यूटर एजुकेशन सेंटर, जितेश बागड़े विद्युत विभाग, जितेंद्र वर्मा शिक्षक खैरागढ़, विक्रांत शिक्षक दुर्ग, डालेंद्र देवांगन ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर बिलासपुर एवं अन्य छात्र उपस्थित रहे।
राजनांदगांव रीयूनियन में 18 साल बाद मिले जिगरी यार, फिर से बने बच्चे खूब की मस्ती, छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर से पहुंचे पुराने छात्र
