राजनांदगांव। साइबर ठगी के एक बड़े मामले में राजनांदगांव साइबर सेल ने महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। थाना सिटी कोतवाली के शेयर ट्रेडिंग मामले में साइबर अपराधियों द्वारा एक युवा व्यापारी को फर्जी वेबसाइट लिंक भेजकर 1,21,53,590 रुपये की ठगी की गई थी। अब तक इस गिरोह के पांच आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
सायबर सेल और थाना कोतवाली की संयुक्त टीम ने मध्यप्रदेश (सिहोर और इंदौर) से पहले 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसी कड़ी में अब गिरोह के अन्य 2 आरोपियों धर्मेन्द्र कुमार (36, दिल्ली) और राजेश मंडल (30, झारखंड) को भुवनेश्वर, ओडिशा से पकड़कर राजनांदगांव लाया गया।
आरोपी खुद को फॉरेक्स/ऑनलाइन ट्रेडिंग विशेषज्ञ बताकर पीड़ित को ज्यादा मुनाफे का लालच देकर फर्जी लिंक भेजते थे। छोटे मुनाफे दिखाकर पीड़ित को भरोसा दिलाया जाता और बड़े निवेश के बहाने कुल सवा करोड़ रुपये विभिन्न खातों में जमा कराए जाते थे। आरोपियों ने खाता धारकों के मोबाइल में एवीके ऐप इंस्टॉल कर ओटीपी और मोबाइल डेटा तक पहुँच हासिल की। उन्हें कमीशन क्रिप्टो (यूएसडीआई) में मिलता था।
पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव सुश्री अंकिता शर्मा के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में टीम गठित की गई। निरीक्षक विनय पम्मार के नेतृत्व में आरोपियों की पतासाजी की गई और तकनीकी जांच के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से एटीएम कार्ड और मोबाइल फोन भी जप्त किए गए।
साइबर सेल ने बताया कि अब म्यूल अकाउंट प्रोवाइडर, खाता धारक और फ्रॉड का पैसा निकालने वाले एजेंटों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
जेल रिमांड पर भेजे गए आरोपियों में धर्मेन्द्र कुमार पिता शशी शेखर प्रसाद, हरदेव नगर, दिल्ली एवं राजेश मंडल पिता फागू मंडल, ग्राम खमरबादए, झारखंड शामिल है।
साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक विनय पम्मार, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक नंद किशोर गौतम, सउनि संजीव कुमार मालेकर और टीम के आरक्षक अमित सोनी, जोगेश राठौर, हेमंत साहू एवं आदित्य सिंह की अहम भूमिका रही।
राजनांदगांव साइबर सेल की बड़ी सफलता : सवा करोड़ की शेयर ट्रेडिंग ठगी का पर्दाफाश, ओडिशा से 2 और आरोपी गिरफ्तार
