राजनांदगांव। देवादा स्थित ‘हमारा ढाबा’ में युवक की हत्या के मामले का थाना सोमनी पुलिस ने सायबर सेल की मदद से त्वरित खुलासा कर लिया है। मामूली विवाद के चलते चाकू से युवक की हत्या की गई थी। पुलिस ने इस मामले में दो मुख्य आरोपियों सहित चार नाबालिगों को हिरासत में लिया है। साथ ही आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त दो चाकू और दो एक्टिवा वाहन भी जब्त किए गए हैं।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रार्थी अभिषेक कुंडू ने थाना सोमनी में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 30 जून की रात वह अपने दोस्तों हिमांशु, पंकज, वैभव और प्रशांत तिवारी के साथ पंकज का जन्मदिन मनाने के लिए ‘हमारा ढाबा’ पहुंचा था। सभी ने रात लगभग 12 बजे केक काटा और खाना खाया। इसके बाद पंकज और हिमांशु चले गए। रात लगभग 3:30 बजे जब अभिषेक ढाबा से निकला तो प्रशांत वहां नहीं था। तभी ढाबा संचालक मुकेश गिरी ने आवाज दी कि उसके दोस्त को कुछ लोग मार रहे हैं। जब वह वहां पहुंचा तो देखा कि सौरभ उर्फ सोनू गुरूम व उसके साथी प्रशांत पर चाकू से हमला कर रहे हैं।
गंभीर हालत में घायल प्रशांत को सेक्टर-9 अस्पताल भिलाई ले जाया गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन और नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र नायक के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी प्रमोद श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की और आरोपी सौरभ गुरूम उर्फ सानू को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि रात करीब 12:30 बजे वह अपने दोस्त प्रेम यादव और चार नाबालिगों के साथ ढाबा में खाना खाने गया था। वहां वॉश बेसिन पर हाथ धोते समय एक युवक द्वारा पानी छिड़कने की बात को लेकर विवाद हुआ। देखते ही देखते सौरभ और उसके साथियों ने युवक से मारपीट शुरू कर दी। इसी दौरान सौरभ और प्रेम यादव ने चाकू से युवक के पेट में हमला कर दिया, जबकि दो नाबालिग लड़के युवक को पकड़े हुए थे।
पुलिस ने आरोपी सौरभ गुरूम उर्फ सानू से घटना में प्रयुक्त चाकू और एक्टिवा (CG-07 BM-1287) तथा एक अन्य नाबालिग से चाकू व एक्टिवा (CG-04 HL-8002) जब्त किए हैं। सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया गया।
इनकी रही विशेष भूमिका:
थाना प्रभारी प्रमोद श्रीवास्तव, उनि जलालुद्दीन खान, आरक्षक जी. शंकर राव, गुलाब सिंह चंद्राकर, लीलाराम साहू, दिनेश वर्मा तथा सायबर सेल राजनांदगांव के सउनि सुमन कर्ष, प्रआर अनित शुक्ला, आरक्षक अविनाश झा, मनीष वर्मा, प्रख्यात जैन, हेमंत साहू और आदित्य राजपूत की सराहनीय भूमिका रही।