मोहला। कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक की। बैठक में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण, पंजीयन, एमसीएच और संस्थागत प्रसव सहित सभी योजनाओं की समीक्षा की गई।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को शत-प्रतिशत एएनसी पंजीयन सुनिश्चित करने और हाई रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान कर प्रसव के 15 दिन पूर्व सतत संपर्क और पूर्ण टीकाकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि हाई रिस्क महिलाओं की देखभाल प्राथमिकता हो और किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका लक्ष्य मातृ और शिशु मृत्यु दर को शून्य करना है।
बैठक में कलेक्टर ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु योजना) और सभी स्कूलों के बच्चों की स्वास्थ्य जांच पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले की कोई भी गर्भवती महिला या कुपोषित बच्चा विभागीय योजनाओं से वंचित नहीं रहना चाहिए। सभी महिलाओं का आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य केंद्रों में पंजीयन अनिवार्य होगा।
इसके अलावा, कलेक्टर ने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और वय वंदन कार्ड के तहत लक्ष्यों की प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को डायरी और पेन देकर सम्मानित भी किया गया।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना और महतारी वंदन योजना सहित सभी योजनाओं में बेहतर समन्वय और मॉनिटरिंग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों विभाग सीधे आम जनता से जुड़े हैं, इसलिए शासन-प्रशासन के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करना और अपने दायित्वों का गंभीरतापूर्वक निर्वहन करना आवश्यक है।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री जीआर मरकाम, सीएमएचओ श्री विजय खोबरागड़े सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
