शिवनाथ में बाढ़ और अतिवृष्टि से प्रभावित नागरिकों ने मांगा मुआवजा

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अंबागढ़ चौकी। शिवनाथ नदी में आई बाढ़ और अतिवृष्टि से हुई तबाही के बाद प्रभावित किसानों और नागरिकों ने मुआवजा की मांग को लेकर शुक्रवार को तहसील कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने किया। प्रदर्शनकारियों ने बीते वर्ष की क्षतिपूर्ति अब तक नहीं मिलने पर रोष जताते हुए इस बार हुए नुकसान के लिए त्वरित मुआवजा दिए जाने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बाढ़ और अतिवृष्टि के कारण न केवल धान और सब्जियों की फसलें बर्बाद हुई हैं, बल्कि वार्ड क्रमांक 12, 13 और 14 में कई घरों में पानी भर जाने से घरेलू सामान भी क्षतिग्रस्त हुआ है। नगर पंचायत प्रशासन ने इन परिवारों को अस्थायी रूप से मंगल भवन और टाउन हॉल में ठहराया था।
नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने बताया कि बीते वर्ष भी शिवनाथ नदी में बाढ़ से सौ से अधिक मकान प्रभावित हुए थे, किसानों की फसलें बर्बाद हुई थीं, फिर भी पीड़ितों को आज तक मुआवजा नहीं मिला। उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग की कि इस बार की बाढ़ व अतिवृष्टि से प्रभावित सभी नागरिकों व कृषकों को जल्द राहत राशि दी जाए।
शिवनाथ नदी के किनारे स्थित पटेल पारा, लिंक कोर्ट और बाजार पारा जैसे इलाकों में लगभग 53 मकानों में दो से चार फीट तक पानी भर गया था। प्रभावित परिवारों में नंदकुमार यादव, गुलाब साहू, गोमती निषाद, अनिल निषाद, फुलेश्वर निषाद, सावित्री बाई, फेमिदा बेगम, उर्मिला निषाद, उमा निषाद समेत दर्जनों लोगों के घरों में नुकसान हुआ है।
बाढ़ से तीन दिनों तक खेत और सब्जी कछार डूबे रहे। 47 कृषकों ने दोबारा बोआई करने की मजबूरी बताते हुए शासन से मुआवजा देने की मांग की है। इनमें राजेश कुमार, त्रिवेणी पटेल, दयालू पटेल, कैलाश पटेल, भूखन पटेल प्रमुख रूप से शामिल हैं।
धरना प्रदर्शन के पश्चात नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी के नेतृत्व में तहसीलदार अनुरिमा टोप्पो को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में 15 दिनों के भीतर सर्वे कर मुआवजा वितरण की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि तय समय-सीमा में कार्रवाई नहीं हुई तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।
प्रदर्शन में पार्षद विनोद डेहरिया, उमाशंकर निषाद, पिंटू तिवारी, बाबू दुबे, शिवम बाजपेयी, रिनी पारेटी, पूर्व पार्षद उर्मिला पटेल, शंकर निषाद, प्रमोद ठलाल, रजिया बेगम, शोभा भोयर, पन्ना कुंजाम, मयाराम कौशिक, अतीक कुरैशी, ओंकार बारसागढ़े सहित बड़ी संख्या में आपदा पीड़ित शामिल हुए।