राजनांदगांव। शहर के शुक्ला अस्पताल में इलाज के दौरान द्रोपती साहू की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जिला साहू संघ ने इसे अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही बताते हुए आक्रोश व्यक्त किया है। इसी कड़ी में शनिवार को जिला साहू संघ के अध्यक्ष भागवत साहू के नेतृत्व में समाज के पदाधिकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और एडिशनल एसपी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने के बाद संघ अध्यक्ष भागवत साहू ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि द्रोपती साहू, जो कि समाज के सक्रिय पदाधिकारी पिलूराम साहू की धर्मपत्नी थीं, का इलाज शुक्ला अस्पताल में चल रहा था। इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई, जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने प्रशासन से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो साहू समाज पूरे प्रदेश स्तर पर आंदोलन करने को बाध्य होगा।
इस दौरान साहू समाज के पदाधिकारियों और परिजनों में भारी आक्रोश देखा गया। सभी ने एक स्वर में मांग की कि निजी अस्पतालों में मरीजों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार और लापरवाही पर रोक लगाई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
इधर, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव निखिल द्विवेदी ने इस मामले पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सर्वसमाज से अपील की है कि इस घटना को केवल एक समाज की नहीं, बल्कि मानवता की पीड़ा के रूप में देखें। उन्होंने कहा कि यह समय दलगत राजनीति से ऊपर उठकर न्याय की लड़ाई में एकजुट होने का है। ऐसे अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह की पीड़ा न सहनी पड़े।
इस दौरान साहू समाज के अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उन्होंने प्रशासन से शीघ्र न्यायिक जांच, दोषियों के विरुद्ध एफआईआर और मृतका के परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
समाज के प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन ने इस मामले में तत्परता नहीं दिखाई, तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा।