राजनांदगांव | 12 जून 2025 (नांदगांव टाइम्स)राजनांदगांव जिले के मोहड़ वार्ड में बुधवार को अवैध रेत उत्खनन को लेकर बड़ा बवाल हुआ। जब गांव के रास्ते से रेत ले जाने के लिए माफिया द्वारा सड़क बनाई जा रही थी, तब ग्रामीणों ने एकजुट होकर विरोध किया। लेकिन यह विरोध उस समय खूनी मोड़ ले लिया, जब रेत माफिया के गुर्गों ने ग्रामीणों पर न केवल मारपीट की, बल्कि खुलेआम फायरिंग भी कर दी। इस गोलीबारी में तीन ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद पूरे मोहड़ वार्ड में हड़कंप मच गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की। वहीं दूसरी ओर, सूत्रों के अनुसार इस रेत माफिया का सीधा संबंध सत्तारूढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी से जोड़ा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि माफिया खुद भाजपा के किसी बड़े पद पर आसीन है, जिसकी वजह से अब तक उस पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो सकी है।
इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर खनिज विभाग और सत्ता के संरक्षण में फल-फूल रहे रेत माफियाओं की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह पहली बार है जब संस्कारधानी के नाम से पहचाने जाने वाले राजनांदगांव में रेत के अवैध धंधे को लेकर खुलेआम फायरिंग की घटना सामने आई है, जो प्रशासनिक विफलता और राजनीतिक संलिप्तता को उजागर करती है।
अब देखना यह होगा कि क्या जिला प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करेगा या फिर सत्ता के दबाव में यह मामला भी रफा-दफा कर दिया जाएगा।

तीन बिंदु जो सोचने पर मजबूर करते हैं:
- क्या सत्ता का संरक्षण ही माफियाओं की हिम्मत का कारण है?
- खनिज विभाग की भूमिका पर सवाल, किसकी मिलीभगत से हुआ अवैध उत्खनन?
- क्या भाजपा नेतृत्व इस मामले में जवाबदेही तय करेगा? नांदगांव टाइम्स इस पूरे मामले पर प्रशासन और सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है। घायल ग्रामीणों का इलाज जिला अस्पताल में जारी है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि माफियाओं पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और उग्र होगा।