राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ राज्य के रजत महोत्सव के उपलक्ष्य में राजनांदगांव पुलिस द्वारा जन-जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई। गुरुवार को रेंगाकठेरा हाई स्कूल में पुलिस विभाग एवं भारतीय रिजर्व बैंक के वित्तीय साक्षरता केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में साइबर ठगी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में साइबर सेल प्रभारी विनय पम्मार ने उपस्थित 250 से अधिक छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग करते समय अत्यंत सतर्कता बरतनी चाहिए। फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि प्लेटफार्मों पर अनजान फ्रेंड रिम्ेस्ट स्वीकार न करें और किसी भी अज्ञात लिंक, ईमेल या मैसेज पर क्लिक करने से बचें।
श्री पम्मार ने बताया कि कोई भी अपना पासवर्ड, ओटीपी या बैंक संबंधी जानकारी किसी से साझा न करें। यदि कोई साइबर अपराध हो जाता है, तो बिना डरे 1930 टोल फ्री नंबर पर तुरंत संपर्क करें या नजदीकी थाना में शिकायत दर्ज कराएं। उन्होंने सायबर बुलिंग, फर्जी अकाउंट, फोटो के दुरुपयोग आदि विषयों पर भी बच्चों को जागरूक किया।
कार्यक्रम में नशा मुक्ति और यातायात नियमों पर भी जानकारी दी गई। सायबर प्रभारी ने बताया कि नशा एक सामाजिक बुराई है, जो व्यक्ति के शारीरिकए मानसिक और आर्थिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित करती है। उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी अपने माता-पिता या शिक्षकों से अवश्य साझा करें।
वित्तीय साक्षरता केंद्र से तेजस्वी वर्मा ने डिजिटल युग में सतर्कता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि डिजिटल सुविधा के साथ यदि जागरूकता नहीं होगी तो बैंक खातों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। सही जानकारी और सतर्कता ही साइबर ठगी से बचाव का एकमात्र उपाय है।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिसर में आंवला पौधे का वृक्षारोपण किया गया, जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है।
इस अवसर पर प्राचार्य आरएस नरवासे, व्याख्याता सेवक राम साहू, पी. वर्मा, एनएसएस प्रभारी युवराज साहू, साइबर सेल से आरक्षक जोगेश राठौर सहित विद्यालय के शिक्षकगण एवं 250 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
साइबर जागरूकता, नशा मुक्ति और यातायात सुरक्षा पर विद्यार्थियों को किया गया जागरूक
