राजनांदगांव। सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक की छत्तीसगढ़ टीम और ऑलवा फाउंडेशन के बीच रायपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य सामाजिक संगठनों (एनजीओ/ट्रस्ट) को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ते हुए राज्य के ग्रामीण और वंचित वर्गों तक वित्तीय सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना था।
इस बैठक में सूर्योदय बैंक की ओर से सौरभ और श्री चतुर्वेदी जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए, जबकि ऑलवा फाउंडेशन की ओर से निदेशक हेमशंकर जेठमल साहू ने नेतृत्व किया। बैठक में महिला स्व सहायता समूहों (एसएचजीएस) को बैंक ऋण, डिजिटल सेवाओं और वित्तीय साक्षरता से जोड़ने की रणनीति पर चर्चा हुई। साथ ही बैंक की सीएसआर पहलों को सामाजिक परियोजनाओं से जोड़कर समुदायों के समग्र विकास के लिए एक साझा कार्ययोजना तैयार की गई।
हेमशंकर जेठमल साहू ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, सीएसआर फंडिंग का सदुपयोग तभी संभव है, जब उसे सही जमीनी संगठनों के माध्यम से लक्षित समुदायों तक पहुँचाया जाए। बैंक जैसे संस्थानों का सहयोग सामाजिक विकास के लिए एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है।
इस अवसर पर सामाजिक रणनीति विशेषज्ञ विश्वास त्रिपाठी ने भी बैठक में भाग लिया और उन्होंने कहा कि, स्थानीय सामुदायिक आधारित संगठनों (सीबीओएस) और छोटे एनजीओ को यदि प्रारंभिक वित्तीय सहायता दी जाए, तो वे जमीनी स्तर पर स्थायी सामाजिक परिवर्तन का आधार बन सकते हैं। दोनों पक्षों ने राज्य के विभिन्न जिलों में पायलट प्रोजेक्ट्स प्रारंभ करने और एक सतत एनजीओ बैंक संवाद मंच स्थापित करने पर सहमति जताई, जिससे आने वाले समय में सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण को नई दिशा मिलेगी।
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक और ऑलवा फाऊंडेशन के बीच छत्तीसगढ़ में एनजीओ और बैंक लिंकेज को लेकर रणनीतिक बैठक
