डोंगरगढ़। उत्तर बोरतलाव वन परिक्षेत्र के कोलारघाट सर्किल में रविवार देर रात हिरण प्रजाति की ‘कोटरी’ का अवैध शिकार करने वाले 3 आरोपियों समेत कुल 4 लोगों को वन विभाग की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों में वन विभाग का एक चपरासी भी शामिल है, जिसने शिकारियों को अपने घर में छिपाया था। आरोपियों के पास से कोटरी का मांस बरामद हुआ है। वन विभाग ने सभी आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।
जंगल से मांस लेकर भागे, चपरासी के घर में छिपे
रविवार रात करीब 3 बजे वन विभाग को कोलारघाट सर्किल क्रमांक 419 में अवैध शिकार की सूचना मिली थी। इसके बाद एसडीओ पूर्णिमा राजपूत के नेतृत्व में रेंजर पुष्पेंद्र गोस्वामी, डिप्टी रेंजर डेरहा राम सिन्हा, नंदकिशोर भुआर्य और अन्य कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंची। टीम को आते देख तीन युवक भाग खड़े हुए। पीछा करने पर तीनों युवक कोलारघाट निवासी वन विभाग के ही चपरासी विश्वनाथ पिता रामप्रसाद गोंड़ (50) के घर में छिपते पाए गए।
मांस बरामद, सभी को किया गया गिरफ्तार
टीम ने जब घर की तलाशी ली तो वहां आरोपियों के पास हिरण प्रजाति की कोटरी का मांस मिला। मौके पर ही तीनों युवकों के साथ चौकीदार विश्वनाथ को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए तीन आरोपियों की पहचान जॉय डेनियल पिता एल. डेनियल (41), नीलू फ्रांसिस पिता सी. फ्रांसिस (58) और विशाल पिता सुरेश नंदेश्वर (25) के रूप में हुई है।
जबलपुर भेजा गया सैंपल, रिपोर्ट के बाद अगली कार्रवाई
वन विभाग ने सभी आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2, 9/39, 45, 48, 50, 51 के तहत केस दर्ज कर लिया है। जब्त मांस के सैंपल को जांच के लिए जबलपुर भेजा गया है। एसडीओ पूर्णिमा राजपूत ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।