राजनांदगांव। सायबर ठगी से जुड़ी एक बड़ी कार्रवाई में डोंगरगढ़ पुलिस ने म्यूल अकाउंट के जरिए ठगी की रकम के ट्रांजेक्शन में शामिल 08 खाताधारकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों के खातों में 10.06 लाख रूपये की सायबर फ्रॉड से अर्जित रकम जमा होने की पुष्टि हुई है।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा संचालित भारतीय सायबर अपराध समन्वय केन्द्र के पोर्टल से बंधन बैंक, डोंगरगढ़ शाखा के कई खातों की जानकारी मिली थी। यह खाते मनी लॉन्डि्रंग और सायबर फ्रॉड से अर्जित राशि के इस्तेमाल में इस्तेमाल हो रहे थे। पोर्टल के अलर्ट के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराध क्रमांक 360/2025 दर्ज कर विवेचना शुरू की।
पुलिस के अनुसार, 25 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 के बीच इन खातों में 10,06,544 रूपये की ठगी की राशि ट्रांसफर की गई। मामला बीएनएस की धारा 317 (2), 317 (4), 317 (5) के तहत दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों में मन्नू यादव, रामनगर जेल रोड, उम्र-40 वर्ष, सिराजूदीन खान, रजा नगर, उम्र-50 वर्ष, आर्यन नामदेव, कंडरापारा, उम्र-21 वर्ष, सोहेल खान, काली मंदिर के पीछे, उम्र-24 वर्ष, चिरावन सेन, महावीर पारा, उम्र-35 वर्ष, रवि ढीमर, ढीमर पारा, उम्र 26 वर्ष, सचिन मेश्राम, बुधवारी पारा, उम्र 45 वर्ष एवं प्रियांशु जंघेल, ठेठवार पारा, उम्र 22 वर्ष शामिल है।
गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि म्यूल अकाउंट से जुड़े अन्य संदिग्धों की पहचान कर जांच जारी है।
डोंगरगढ़ थाना प्रभारी ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना बैंक खाता, एटीएम या पिन साझा न करें। ऐसा करने पर वे अनजाने में सायबर क्राइम का हिस्सा बन सकते हैं और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
10 लाख की सायबर ठगी में 8 आरोपी गिरफ्तार, न्यायिक रिमांड पर भेजे गए
