राजनांदगांव। 14 फरवरी 2025 को जरिये मुखबीर सूचना प्राप्त हुआ कि एक सफेद लाल रंग का ट्रक क्रमांक एमएच 37-जे 1387 में मवेशियो को भरकर खैरागढ़ की ओर से नागपुर महाराष्ट्र की ओर कत्लखाना ले जा रहा है। गंभीरता को ध्यान में रखते हुये तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को दूरभाष के माध्यम से जानकारी दिया गया। बाद पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के दिशानिर्देश एवं नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक के मार्गदर्शन में थाना लालबाग प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस ईशु अग्रवाल के हमराह चौकी चिखली पुलिस एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित कर ग्राम गठुला में नाकाबंदी किया गया। मुखबीर से प्राप्त सूचना के आधार पर खैरागढ़ की ओर से आ रही ट्रक को रोकने का प्रयास किया गया, जो वाहन चालक द्वारा वाहन को न रोक कर रोड किनारे स्थित मकान में घुसा दिया, जिससे मकान क्षतिग्रस्त हो गया। ड्रायवर व ट्रक में बैठे दो आरोपी कुद कर भागने लगे, जिसे दौड़ाकर दो आरोपी को पकड़े तथा वाहन चालक आरोपी भाग गया। मौके पर उक्त ट्रक को चेक करने पर ट्रक में ठूंस-ठूंसकर कर 30 नग कृषक मवेशी भरे थे। पकड़े गये आरोपियों अब्दुल राजिक पिता अब्दुल जब्बार, उम्र 45 साल, निवासी-नालसापुरा, अमरावती, महाराष्ट्र, गंगाराम पिता हीरालाल पंदरे, उम्र-49 साल, साकिन-मिस्पीरी, गोंदिया, महाराष्ट्र से कड़ाई से पुछताछ करने पर उक्त 30 नग गाय एवं बैल को कत्ल खाना ले जाना जुर्म स्वीकार किया गया। मौके पर अलग-अलग रंगों का गाय एवं बैल कुल 30 नग कीमती 300000 रूपये एवं घटना में प्रयुक्त ट्रक कीमती 1000000 रूपये को जप्त किया गया तथा मवेशियो को सुरक्षार्थ रेवाडीह स्थित कॉजी हाऊस में रखा गया। आरोपियों के विरूद्ध धारा 281, 324 (4), 3 (5) बीएनएसए 4, 6, 10 छग पशु परिरक्षण अधिनियम 2004, 11 पशु के प्रति क्रूरता अधिनियम 1960 के तहत् विधिवत कार्यवाही कर दोनों आरोपियों को माननीय न्यायालय पेश किया गया। माननीय न्यायालय आदेशानुसार जेल भेजा गया।
उपरोक्त कार्यवाही में थाना लालबाग प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस ईशु अग्रवाल, सायबर सेल प्रभारी विनय पम्मार, चौकी प्रभारी निरीक्षक संजय बरेठ, सउनि शत्रुहन टंडन, महिला प्रधान आरक्षक वंदना पटले, आरक्षक सिंधु सिन्हा, मिर्जा असलम बेग, सुनील बैरागी, मनोज जैन एवं सायबर सेल सउनि सुमन कर्ष, प्रधान आरक्षक बसंत, आरक्षक जोगेश राठौर, मनोज खुंटे, अविनाश झा, हरिश ठाकुर, प्रख्यात जैन, परिवेश वर्मा का महत्वपूर्ण योगदान एवं सराहनीय भूमिका रहा है।
30 नग कृषक मवेशी को तस्करों से बचाया गया, आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े
