चाकू की नोक पर की गई ऑनलाइन लूट का पुलिस ने किया पर्दाफाश

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राजनांदगांव। करवारी के बांस डिपो मैदान के पास चाकू की नोक पर की गई ऑनलाइन लूट की गुत्थी को पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा लिया है। लूट की इस घटना में प्रार्थी असगर खान का ही एक करीबी दोस्त शामिल निकला, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर पूरे वारदात की साजिश रची थी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रार्थी असगर खान पिता लियाकत अली (37 वर्ष) निवासी अंबेडकर वार्ड, एआई रमा नगर डोंगरगढ़ ने दिनांक 20 जून को रिपोर्ट दर्ज कराई कि 19 जून की रात करीब 8.45 बजे ग्राम करवारी के बांस डिपो मैदान के पास दो अज्ञात युवक उनके और उनके साथी नकीब खान के गले में चाकू टिकाकर जान से मारने की धमकी देकर सोने-चांदी के जेवर, मोबाइल फोन व नकद 8000 रूपये, कुल 1.49 लाख की लूट कर ली। इसके अलावा फोन-पे से जबरन 98,000 रूपये ऑनलाइन ट्रांसफर भी करवा लिया गया। कुल लूट 2,85,500 रूपये बताई गई।
थाना प्रभारी जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जब नकीब खान से गहन पूछताछ की, तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। नकीब ने कबूला कि उसने ही घटना से दो दिन पहले अपने नाबालिग साथी के साथ मिलकर असगर को लूटने की योजना बनाई थी। इसके लिए राजनांदगांव तुलसीपुर निवासी पिंटू उर्फ हिरेन्द्र सिन्हा और भरत बंसोड़ को भी शामिल किया गया।
घटना की रात नकीब खान बीयर पीने के बहाने असगर को सुनसान स्थान पर ले गया, जहां योजनाबद्ध तरीके से एक्टिवा वाहन में सवार दो युवक गमछा बांधकर पहुंचे और चाकू की नोंक पर लूट को अंजाम दिया। नकीब इस दौरान खुद को मासूम बनाकर पीड़ित की तरह पेश करता रहा।
आरोपियों ने असगर से फोन-पे का पासवर्ड पूछकर पहले से तैयार स्कैनर पर 98,000 रूपये ट्रांसफर कर लिए थे। लूट के बाद आरोपियों ने सामान और रकम आपस में बांट ली। पुलिस ने 3,010 रूपये नगद, जेवरात, 2 चाकू, एक मोटरसाइकिल व एक्टिवा स्कूटी बरामद किए हैं। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन खाता को फ्रीज कर दिया गया है। कुल 1,18,780 रूपये की जब्ती की गई है।
इस मामले में पिंटू उर्फ हिरेन्द्र सिन्हा, भरत बंसोड़ और नकीब खान को गिरफ्तार किया गया है। एक विधि से संघर्षरत बालक को भी हिरासत में लेकर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
इस सफलता में निरीक्षक जितेन्द्र वर्मा, उपनिरीक्षक नरेश बंजारे, सउनि विजय साहू, प्रधान आरक्षक आखिल अंबादे, आरक्षक वीर बहादुर, लीलाधर मण्डलोई, ऋषि मानिकपुरी, ओपी मोहरा, अविनाश झा, आदित्य सिंह तथा सायबर सेल राजनांदगांव से प्रख्यात जैन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।