राजनांदगांव। लूट की शिकायत लेकर थाने पहुंचा ईसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक का कलेक्शन एजेंट ही लूट की साजिश का मास्टरमाइंड निकला। आरोपी ने 3.50 लाख रुपए के गबन को छुपाने के लिए झूठी लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच ने उसकी पूरी योजना को बेनकाब कर दिया।
पुलिस ने पूरी रकम और सामान बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला बोरतलाव थाना क्षेत्र का है।
मयूर कुमार अडमें, उम्र-26 वर्ष, निवासी कंडरा पारा, डोंगरगढ़, ईसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में कलेक्शन एजेंट के रूप में काम करता था। 20 जून को उसने बोरतलाव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह महाराष्ट्र के सालेकसा से कलेक्शन कर लौट रहा था, तभी चेंदरी माता मंदिर के पास अज्ञात लोगों ने मारपीट कर लूटपाट की।
रिपोर्ट के मुताबिक बदमाशों ने उससे 2,00,000 नगद, एक होंडा होर्नेट बाइक कीमत 1.35 लाख, दो मोबाइल फोन, एक ब्राउन बैग, हेलमेट, चांदी का ब्रेसलेट, सोने की बाली कुल 3.50 लाख रुपये की लूट बताई गई थी।
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा और एसडीओपी आशीष कुंजाम के निर्देशन में थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार ने मामले की जांच शुरू की। आसपास के सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्य खंगालने के बाद पता चला कि कोई लूट हुई ही नहीं थी।
गहराई से पूछताछ पर मयूर ने बताया कि उस पर कर्ज था, जिसे चुकाने के लिए उसने खुद ही गबन की योजना बनाई और झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई।
2 लाख नकद अपने घर के बाहर तेल के खाली टीन के पास काले रुमाल में बांधकर छिपाया, बाइक, मोबाइल, ज्वेलरी और बैग डोंगरगढ़ रेलवे फ्लाईओवर के नीचे छुपाया। पुलिस ने शत-प्रतिशत मशरूका बरामद कर लिया।
इस कार्रवाई में सउनि अनिल गहिने, प्रधान आरक्षक रोहित पडोती, केवल राम, आरक्षक नितिन यादव, धनेशूराम, जयकर राठिया, मुकेश ठाकुर, और चैतन्य साहू की सराहनीय भूमिका रही।
ईसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक का कलेक्शन एजेंट ही निकला लूट का मास्टरमाइंड
