नेताओं की मिलीभगत, प्रशासन की चुप्पी: जलाशय लूट रही कंपनी, जनता पूछ रही है — क्या कानून बिक चुका है ?

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न्यू लुक बायो फ्यूल्स कंपनी को बचा रहा प्रशासन

राजनांदगांव (नांदगाँव टाइम्स)। इंदावानी जलाशय से अवैध रूप से पाइपलाइन के माध्यम से पानी खींचने का मामला सामने आने के बाद भी जिला प्रशासन अब तक चुप्पी साधे बैठा है। न्यू लुक बायो फ्यूल्स प्लांट द्वारा बिना किसी सरकारी अनुमति के जलाशय से डायरेक्ट पानी ले जाने की साजिश रची गई, लेकिन इसके उजागर होने के बावजूद न तो कंपनी को नोटिस दिया गया और न ही कोई ठोस कार्रवाई की गई है।

ग्रामीणों के विरोध और वायरल ऑडियो से पूरा मामला सामने आया, जिसमें कंपनी के मैनेजर प्रदीप मिश्रा ने खुलासा किया है कि इस अवैध कार्य में टेड़ेसरा सरपंच, मंडल भाजपा अध्यक्ष , जिला पंचायत सदस्य और कोपेडीह सरपंच तक शामिल हैं। आरोप है कि सभी को कंपनी से पैसे मिले हैं, ताकि ग्रामसभा न हो और पाइपलाइन बिछाने का काम रात में गुपचुप तरीके से किया जा सके।

वायरल ऑडियो के अनुसार, बिना अनुमति के पाइपलाइन बिछाने का रास्ता सोमनी टीआई ने सुझाया और उसकी निगरानी में रात में खुदाई का काम हुआ। ग्रामीणों को भनक न लगे, इसके लिए काम रात में करवाया जा रहा है।सूत्रों की मानें तो न्यू लुक बायो फ्यूल्स प्लांट में कांग्रेस और बीजेपी दोनों के बड़े नेताओं का निवेश है, जिस कारण जिला प्रशासन पर दबाव बना हुआ है और कार्रवाई नहीं हो पा रही। यह संदेह अब गहराता जा रहा है कि नेताओं की सांठगांठ और प्रशासन की निष्क्रियता से यह अवैध जल दोहन का मामला दबाने की कोशिश की जा रही है।

अब सवाल उठता है – जब मामला उजागर हो चुका है, सबूत सामने हैं, तो जिला प्रशासन किसका इंतजार कर रहा है ?क्या बड़े नेताओं के निवेश के चलते प्रशासन की आंखों पर पर्दा पड़ा है ? या फिर यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह फाइलों में दफन हो जाएगा ?