शिक्षकों ने चार सूत्रीय मांगों को लेकर किया प्रदर्शन, सरकार से शीघ्र समाधान की मांग

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छुरिया। शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के प्रांतीय आव्हान पर छुरिया विकास खंड के एलबी संवर्ग के सैकड़ों शिक्षकों ने ब्लाक संचालकद्वय दिनेश कुरेटी, कीरत गणवीर एवं अमरदास बंजारे के संयुक्त कुशल नेतृत्व में चार सूत्रीय मांगों को लेकर 1 जुलाई को सामुहिक अवकाश लेकर ब्लाक व तहसील मुख्यालय छुरिया में एक दिवसीय सांकेतिक धरना-प्रदर्शन कर एवं रैली निकालकर मुख्यमंत्री, शिक्षा सचिव एवं शिक्षण संचालक के नाम पर तहसीलदार एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी को लिखित ज्ञापन सौंपा।
पूर्व में डॉ. अंबेडकर भवन सभा हाल में सभा आयोजित कर अपनी आवाज बुलंद किया। सभा का शुभारंभ संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पूजा-अर्चना के साथ हुआ। पश्चात तीनों ब्लाक संचालकों सहित वरिष्ठ शिक्षकों का गुलाल लगाकर स्वागत किया गया।
साझा शिक्षक मंच के ब्लाक संचालकद्वय दिनेश कुरेटी, कीरत गणवीर एवं अमरदास बंजारे ने सभा को संबोधित करते हुए चार सूत्रीय मांगों के संबंध में बताया कि माननीय उच्च न्यायालय के 28 फरवरी 2024 को पारित निर्णय अनुसार सोना साहू शिक्षक पंचायत-शिक्षक एलबी संवर्ग को पंचायत व शिक्षा विभाग की पूर्व सेवा अवधि की गणना कर एरियर्स सहित क्रमोन्नत वेतनमान का भुगतान किया जाये। इसी तर्ज पर प्रदेश के सभी पात्र शिक्षक एलबी संवर्ग के लिए एरियर्स सहित क्रमोन्नत वेतनमान हेतु सामान्य आदेश जारी किया जाये। शिक्षक एलबी संवर्ग को प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा गणना कर पेंशन व अन्य लाभ प्रदान किया जाये। पदोन्नति में बीएड प्रशिक्षण की अनिवार्यता को शिथिल किया जाय। पूर्व की भांति शिक्षक से व्याख्याता एवं व्याख्याता से प्राचार्य पदोन्नति के लिए बीएड प्रशिक्षण की अनिवार्यता को शिथिल कर डीएड प्रशिक्षित शिक्षक संवर्ग को पदोन्नति हेतु अवसर प्रदान किया जाय।
साथ ही प्राचार्य के सीधी भर्ती के 10 प्रतिशत पदों को विभागीय परीक्षा लेकर तत्काल भरा जाय। वर्तमान में हुए युक्तियुक्तकरण में व्यापक विसंगतियां है। अतः दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की जाये। इन व्यापक विसंगतियों को देखते हुए 2 अगस्त 2024 को जारी नियम के तहत हुए विद्यालय एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण को तत्काल निरस्त किया जाये। युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया सेटअप 2008 के विपरीत है। विद्यालयों में 31मार्च 2008 में वित्त विभाग द्वारा स्वीकृत पद के अनुरूप युक्तियुक्तकरण किया जाये।
सभा को ब्लाक संचालकों के अलावा गौतम साहू, मोहन लाल कोमरे, रूपचंद हमराज, देशन पटेल, वर्षा पाठक एवं दीप रत्नमाला ने भी संबोधित कर कहा कि हम विद्यालय में रहकर बच्चों को पढ़ाना चाहते, लेकिन हमारे जायज मांगों को न मानकर हमें सरकार द्वारा बार-बार सड़क पर आने के लिए मजबूर किया जाता है। शिक्षकों को मांगों के पूरा होने तक संघर्ष के लिए एकजुटता बनाये रखने का आव्हान किया।
गगनभेदी नारों के साथ अपनी जायज मांगों को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर सरकार से अपनी चार सूत्रीय जायज मांगों को पूरा करने की अपेक्षा की। सभा समाप्ति के बाद रैली के शक्ल में हमारी मांगे पूरी करो..नारों के साथ पैदल चलकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं मोटर साइकिल रैली निकालकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। सभा का संचालन उमाशंकर साहू एवं आभार प्रदर्शन कीरत गणवीर ने किया।
छुरिया विकास खंड के शिक्षकों के धरना प्रदर्शन में शामिल होने से विद्यालयों की पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हुई। धरना-प्रदर्शन एवं ज्ञापन रैली में प्रमुख रूप से दिनेश कçुरेटी, कीरत गणवीर, अमरदास बंजारे, गौतम साहू, मोहन लाल कोमरे, रूपचंद हमराज, देशन पटेल, वर्षा पाठक, दीप रत्नमाला, वीरेन्द्र साहू, नरेन्द्र तिवारी, नाथूराम सूर्यवंशी, कमल देवांगन, जीवराखन उइके, जगदीश साहू, दुलार सिंह साहू, नवलसिंह साहू, बेदराम पटेल, दिग्विजय नेताम, मूलचंद मंडावी, पदमा लहरे, रीना जगनीत, हेमलता साहू, स्वर्णलता साहू, रामेश्वरी ठाकुर, इरफाना शबनम, धनसिंह कोले, लीला साहू, मुकेश चंद्रवंशी, गिरधारी सहारे, नीलचंद कंवर, केदार सिंह नेताम, नुरसिंह नांदेश्वर, कृष्ण कुमार पाल, भुवन विश्वकर्मा, सुकलू राम श्याम, कुंभज देवांगन, यशवंत नेताम, जागेश्वर देशमुख, मोहित साहू, राजेश कुमार बघेल, वामन कोर्राम, मल्लिका खोब्रागढ़े, योगेन्द्र वर्मा, अनिल कन्नौजे, गजेन्द्र चौधरी, हेमंत कुंभकार, सूर्यकांत ठाकुर, श्यामसाय ठाकुर आदि सैकडों शिक्षक-शिक्षिकाएं सामिल रहे।