मोहला। छत्तीसगढ़ के सुदूर वनांचल क्षेत्र अंबागढ़ चौकी में न्याय व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई। शनिवार को मुख्य न्यायाधिपति श्री रमेश सिन्हा ने यहां न्यायिक कर्मचारियों के लिए बनने वाले आवासीय परिसर का भूमि पूजन किया। इस अवसर को न्यायिक व्यवस्था के मानवीय पक्ष को मजबूती देने वाला ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है।
मुख्य न्यायाधिपति श्री सिन्हा ने भूमि पूजन के बाद कहा, “न्याय केवल एक अमूर्त आदर्श नहीं, बल्कि एक व्यवहारिक आवश्यकता है, जिसे हर नागरिक तक पहुंचाना राज्य की जिम्मेदारी है। न्याय व्यवस्था के सुचारु संचालन के लिए न्यायिक अधिकारियों व कर्मचारियों को बेहतर कार्य एवं निवास वातावरण उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है।”
श्री सिन्हा ने बताया कि विगत 29 मार्च 2025 को अंबागढ़ चौकी में फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की गई थी। अब इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आवासीय परिसर का निर्माण कार्य शुरू किया गया है, जिससे न्यायिक अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यस्थल के पास ही रहने की सुविधा मिल सकेगी।
उन्होंने इसे एक दूरदर्शी और आवश्यक निर्णय करार देते हुए कहा कि इससे कर्मचारियों को न केवल मानसिक और आर्थिक तनाव से राहत मिलेगी, बल्कि उनका कार्य प्रदर्शन भी बेहतर होगा।
मुख्य न्यायाधिपति श्री सिन्हा ने कहा कि यह निर्माण कार्य समय की मांग है और इससे न्यायिक ढांचा निचले स्तर तक सशक्त होगा। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि उनके कार्यकाल में दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता दी गई और न्याय तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करने लगातार प्रयास किए गए।
इस भूमि पूजन कार्यक्रम में राजनांदगांव जिले के पोर्टफोलियो न्यायाधीश, अन्य न्यायाधीशगण, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, अधिवक्ता संघ के सदस्य, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने मुख्य न्यायाधिपति की इस पहल की मुक्तकंठ से सराहना की और न्यायिक ढांचे के विस्तार को ग्रामीण अंचलों के लिए बड़ी सौगात बताया।