राजनांदगांव। जिला शहरी विकास अभिकरण, राजनांदगांव द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सोमवार को नगर निगम सभागृह में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता नगर निगम आयुक्त एवं परियोजना अधिकारी अतुल विश्वकर्मा ने की।
इस अवसर पर जिले के साथ ही खैरागढ़-छुईखदान-गंडई तथा मोहला-मानपुर क्षेत्र की महिला स्व-सहायता समूहों की सदस्यों ने भाग लिया। कार्यशाला में महिलाओं को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।
कार्यशाला में संबोधित करते हुए आयुक्त श्री विश्वकर्मा ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा स्व-रोजगार की दिशा में प्रेरित करना कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान हेतु अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिनका सही तरीके से क्रियान्वयन और लाभ लेना आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि कार्यशाला में मिलेट कैफे के संचालन, कार्ट योजना के लाभए एवं स्थानीय उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने के उपायों की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि समूहों को मजबूती देना ही सरकार की मंशा है, और महिलाएं आगे आकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति दे सकती हैं।
संभाग समन्वयक देवांग शाह द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से मिलेट योजना के अंतर्गत शासन की योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि कैसे मिलेट कैफे और कार्ट योजना से महिलाओं को आजीविका के नए अवसर मिल सकते हैं। साथ ही, साथी बाजार की अवधारणा पर प्रकाश डाला गया, जिसे किसानों का सुपर मार्केट कहा गया, जहां कृषि से संबंधित समस्त आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस कार्यशाला में सिटी मिशन प्रबंधक मोरिस जार्ज और सुश्री मोनिका वराडे सहित तीनों जिलों के महिला समूहों की सक्रिय भागीदारी रही।
कार्यशाला में यह भी बताया गया कि महिलाओं को आर्थिक सहायता के साथ-साथ तकनीकी और विपणन सहायता प्रदान कर रोजगार बढ़ाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यशाला का समापन समूहों की सहभागिता और जागरूकता को लेकर सकारात्मक चर्चा के साथ हुआ।
महिला स्व-सहायता समूहों की कार्यशाला में मिली आत्मनिर्भरता की दिशा
